राजगढ़ जिले के मोखमपुरा गांव में खाना बनाते समय गैस चूल्हे से लगी आग में एक महिला गंभीर रूप से झुलस गई। परिजन उसे शुक्रवार रात को खिलचीपुर सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। शनिवार को महिला का पीएम किया गया, पुलिस मामले
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मोखमपुरा गांव निवासी बने सिंह विश्वकर्मा ने बताया कि शुक्रवार शाम को वह घर के बाहर बैठा था और उसकी पत्नी गायत्री बाई (35) किचन में गैस चूल्हे पर खाना बना रही थी। कुछ देर बाद जब वह घर के अंदर गया तो गायत्री चूल्हे के पास जमीन पर गिरी हुई थी और उसके कपड़ों में आग लगी थी। इस दौरान उसने तुरंत आग बुझाने के लिए दो बार पानी डाला, फिर उसे इलाज के लिए अस्पताल लेकर आया। डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया, लेकिन कुछ देर बाद ही उसने दम तोड़ दिया।
मानसिक बीमारी से जूझ रही थी महिला
बने सिंह ने बताया कि गायत्री का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। चार वर्षों से राजस्थान के कोटा के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं। बने सिंह लकड़ी का काम करते हैं और मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं।
मायके पक्ष ने जताया संदेह
वहीं घटना की सूचना मिलते ही गायत्री बाई के मायके पक्ष के लोग राजस्थान के मनोहर थाना क्षेत्र से खिलचीपुर अस्पताल पहुंचे। भोजपुर पुलिस ने दोनों पक्षों से पूछताछ के बाद शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। हालांकि महिला के मायके वालों ने किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगाया है।
70 प्रतिशत जल चुकी थी महिला
डॉक्टर विशाल सिसोदिया ने बताया कि महिला 65 से 70 प्रतिशत तक जल चुकी थी, जिससे उसकी हालत बेहद नाजुक थी। जिससे उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
भोजपुर TI रजनीश सिरोठिया ने बताया

शुरुआती जांच में यह हादसा बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।