राजनांदगांव में समाजसेवी महिलाओं का सम्मान समारोह
राजनांदगांव में छत्तीसगढ़ राजपूत महिला महासभा और पद्मावत महिला कल्याण समिति ने महिला दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। महाराणा प्रताप भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में समाज सेवा में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।
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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग की महापौर अलका बाघमार मौजूद रहीं। विशेष अतिथि के रूप में पद्मश्री फुलबासन यादव ने शिरकत की। जिला पंचायत अध्यक्ष किरण वैष्णव, उपाध्यक्ष किरण साहू, पूर्व महापौर हेमा देशमुख और महापौर मधुसूदन यादव की पत्नी करुणा यादव भी कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।
महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में प्रयासरत है समाज
दुर्ग महापौर अलका बाघमार ने कहा कि आज समाज में महिलाओं को हर मंच पर सम्मान मिल रहा है। उन्होंने महिलाओं से आत्मविश्वास जगाने और समाज कल्याण के लिए आगे आने का आह्वान किया। छत्तीसगढ़ राजपूत महिला महासभा की अध्यक्ष सुषमा सिंह ने बताया कि उनका समाज महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
कार्यक्रम में पद्मश्री फुलबासन यादव ने अपनी प्रेरणादायक यात्रा साझा की। उन्होंने बताया कि मात्र चार बकरियों से शुरू किया गया उनका सफर आज 2000 से अधिक महिला समूहों तक पहुंच चुका है। राजपूत समाज द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सभी ने सराहना की।

लोक संस्कृति की ध्वजवाहक पूनम विराट और पंडवानी की प्रस्तुति
लोक संस्कृति को देश-विदेश में पहचान दिलाने वाली पूनम विराट ने अपनी प्रसिद्ध प्रस्तुति “चोला माटी के राम…” गाकर समां बांध दिया। उन्होंने महिलाओं को अपने संघर्षों और अनुभवों से प्रेरित किया। साथ ही, पंडवानी गायिका तीजन बाई की शिष्या कविता निषाद ने अपनी प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया।
महिला प्रतिभाओं का सम्मान
कार्यक्रम में ड्रोन दीदी शांति विश्वकर्मा, ममता चंद्रवंशी, पूर्णिमा साहू, पुन्या सिन्हा, एलिजा, सुनीता पोर्ते, साधना संगीता, लक्ष्मी गंधर्व, तरुण साहू, पूनम विराट, तरुणा सिन्हा, पुष्पा सिन्हा, डॉ. हरप्रीत गरेचा, डॉ. विधि मोदी, श्वेता शर्मा, डॉ. कविता, रचना, सोनल बाजपेयी, एकता अग्रहरि, शालिनी चितलांग्या सहित कई अन्य महिलाओं को सम्मानित किया गया।