एंटी करप्शन टीम की कार्यवाही से सदर तहसील में हड़कंप मच गया
मथुरा सदर तहसील में तैनात राजस्व निरीक्षक ने न्यायालय में दाखिल वाद विरासत में रिपोर्ट लगाने के लिए किसान से 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। किसान ने जब कहा उन पर इतने रुपये नहीं है तो राजस्व निरीक्षक ने पहले 50 हजार और फिर काम होने के बाद बाकी की रकम
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सदर तहसील से किया था गिरफ्तार
शुक्रवार की दोपहर को एंटी करप्शन की आगरा टीम ने सदर तहसील से राजस्व निरीक्षक नरेंद्र सिंह तरकर को उस समय गिरफ्तार किया जब वह किसान से वाद विरासत में रिपोर्ट लगाने के लिए 50 हजार रुपए की रिश्वत ले रहे थे। टीम राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के बाद राया थाना ले गई जहां आरोपी के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कराया।
राजस्व निरीक्षक को सदर तहसील से ही गिरफ्तार किया गया
2 लाख रुपए की मांग की
मथुरा के गांव असगरपुर सतोहा गांव निवासी कौन्तेय सिंह ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की कि उनके चाचा मुरारी का सदर तहसील न्यायालय में विरासत के लिए एक वाद दाखिल किया हुआ है। इस वाद में रिपोर्ट लगाने के लिए उन्होंने कानूनगो नरेंद्र सिंह तरकर से गांव में ही मुलाकात की। जहां राजस्व निरीक्षक ने उनसे 2 लाख रुपए मांगे।

राजस्व निरीक्षक नरेंद्र सिंह तरकर ने 2 लाख रुपए रिश्वत की मांग की
किसान ने की शिकायत
कौन्तेय सिंह ने एंटी करप्शन टीम आगरा में शिकायत की कि कानूनगो नरेंद्र सिंह तरकर से जब उन्होंने कहा कि उन पर 2 लाख रुपए नहीं है तो उन्होंने 50 हजार रुपए पहले और बाकी रकम काम होने के बाद देने के लिए कहा। 50 हजार रुपए नरेंद्र सिंह ने 30 या 31 मई तक देने के लिए कहा था। शिकायतकर्ता ने कहा कि वह यह रिश्वत नहीं देना चाहता और ऐसे रिश्वतखोर कानूनगो को पकड़वाना चाहता है।

किसान की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने कार्यवाही की
शिकायत पर की कार्यवाही
किसान की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने मामले की जांच की। जिसमें मामला सही पाया गया। इसके बाद टीम इंस्पेक्टर सहवीर सिंह और कल्पना गौतम के नेतृत्व में मथुरा आ गई। यहां टीम ने कानूनगो को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया और 500 रुपए नोटों की गड्डी को ट्रीट कर उस पर फाइनफ्थ्लीन केमिकल लगा दिया। इसके बाद 2 टीम बनाई जिसमें से एक का सहवीर सिंह ने और दूसरी का कल्पना गौतम ने नेतृत्व किया।

कार्यवाही के दौरान टीम 2 हिस्सों में बंट गई
रंगे हाथ किया गिरफ्तार
एंटी करप्शन की टीम सदर तहसील पहुंची और अलग अलग जगह खड़ी हो गई। इसके बाद कानूनगो नरेंद्र सिंह तरकर ने जब कौन्तेय सिंह को रुपए देने के लिए सदर तहसील की छत पर बुलाया और रिश्वत के रूप में 50 हजार रुपए लिए उसे रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद टीम उसे पकड़ कर राया थाना ले गई। जहां टीम ने नरेंद्र सिंह के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कराया।

आरोपी कानूनगो के खिलाफ एंटी करप्शन टीम ने राया थाना में मुकद्दमा दर्ज कराया
तहसील में मचा हड़कंप
सदर तहसील में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किए गए कानूनगो के खिलाफ राया थाना में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मुकद्दमा दर्ज करा दिया। इस कार्यवाही से सदर तहसील में हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि सदर तहसील में बिना रिश्वत दिए काम नहीं होते। सही काम के लिए भी रुपयों की मांग की जाती है। न देने पर बार बार बुलाया जाता है।