बीएन कॉलेज के बाहर हंगामा करते हुए छात्र।
बीएन कॉलेज कैंपस में शनिवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पहुंचे। कॉलेज प्रशासन से बातचीत के साथ-साथ हॉस्टल का भी निरीक्षण किया।
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इधर, कॉलेज के गेट पर छात्र नेता समेत बड़ी संख्या में छात्र जमा हो गए। वे राज्यपाल से मिलने की जिद करने लगे। मांग पूरी नहीं होने पर हंगामा किया।
BN कॉलेज के बाहर प्रदर्शन करते हुए छात्र।
बीएन कॉलेज प्रिंसिपल से इस्तीफे की मांग
बीएन कॉलेज के छात्र प्रतिनिधि हेड काउंसलर बाला जी ने प्रिंसिपल के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि 16 साल से प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठे हुए हैं। सिर्फ सत्ता में बैठे लोगों की दलाली करते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। घटना से पहले भी सुरक्षा की मांग की गई थी। लेकिन, प्रिंसिपल ने अनदेखा कर दिया। राज्यपाल से मिलने आए थे। लेकिन, प्रशासन ने गेट पर ही जबरन रोक दिया।
इधर, राज्यपाल ने निरीक्षण के दौरान निर्देश देते हुए कहा है कि असामाजिक तत्व या फिर अवैध रूप से रहने वाले छात्रों को पहचान कर यहां से हटाया जाए। बमबाजी की घटना के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।

निरीक्षण के दौरान बातचीत करते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान।
अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि विद्या के मंदिर में अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ऐसी घटनाओं से दुखी हूं। छात्रों से हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि विद्या के मंदिर में इस तरह की घटनाएं नहीं करें।
इससे बिहार का अपमान हो रहा है। छात्रों का काम है पढ़ाई करना। कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन से भी अनुरोध है इस तरह की गतिविधियों को नहीं होने दें। सख्त कार्रवाई करें, सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी की जाए।

छात्र सुजीत की मौत के बाद छात्रों ने सड़क जाम कर दिया था।
BN कॉलेज कैंपस में बमबाजी में छात्र की हुई थी मौत
पटना के BN कॉलेज कैंपस में बमबाजी में घायल छात्र सुजीत कुमार पांडेय की मौत हो गई थी। 13 मई को वो परीक्षा देने के लिए कॉलेज आया था। इसी दौरान छात्रों के दो गुटों में विवाद हुआ था। इसके बाद कॉलेज में बम फेंके गए थे। एक बम सुजीत के सिर पर फटा था। घायल होने के बाद मेदांता अस्पताल के ICU में उसका इलाज चल रहा था।

टोपी और चश्मा लगाए छात्र सुजीत (फाइल फोटो)।
बुधवार को डॉक्टर ने सुजीत को ब्रेन डेड बता दिया था। इसके बाद परिवार बेटे को लेकर अपने घर रोहतास के भलूनी गांव चला गया था। गुरुवार को छात्र की मौत की खबर सामने आई थी। परिवार उसका पोस्टमॉर्टम नहीं करवाना चाहता है। इसी से बचने के लिए वे छात्र को लेकर गांव चले गए थे।