Tuesday, January 21, 2025
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रामकथा में सुनाए गए भरत चरित्र के आदर्शों के प्रसंग – Gwalior News


बिरला नगर जेसी मिल स्थित हनुमान मंदिर परिसर में चल रही राम कथा के चौथे दिन सोमवार को पं. राकेश रामायनी ने भरत के चरित्र के आदर्श से परिचय कराने वाले कथा प्रसंगों का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भरत ने हाथ जोडकर महर्षि भारद्वाज से कहा कि मैं भैया राम क

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मुनि भारद्वाज से अनुमति लेने पहुंचे तो उन्होंने भरत को समझाते हुए कहा कि भरत तुम अपनी माता के प्रति दुराग्रह नहीं रखना। इसमें उनका कोई दोष नहीं है। कैकई द्वारा किए गए कार्य में परमात्मा की प्रेरणा है। इस मौके पर ऋषिकेश सिंह तोमर, छोटे सिंह तोमर के अलावा महेन्द्र, राकेश, मोनू सहित अन्य मौजूद रहे।

पापों का नाश करती है भागवत कथा : गोपालदास ग्वालियर| चमत्कारी हनुमान मंदिर पर प्रतिष्ठा उत्सव के तहत हो रही भागवत कथा में सोमवार को पं. गोपालदास महाराज वृंदावन धाम ने कहा कि भागवत कथा से सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते है। इसके बाद उन्होंने भागवत का मंगलाचरण, कुंती स्तुति, पितामाह भीष्म द्वारा स्तुति, राजा परीक्षित के मध्य शुकदेव भगवान का आगमन, प्रश्न करना – मरने वाले की मुक्ति का उपाय पूछने आदि के साथ भगवान के नाम की महिमा की चर्चा की। धुंधकारी की कथा के माध्यम से इस बात को बताया गया कि जो प्राणी नित्य रूप से भगवत पूजन करते है वो प्राणी कुविचार के मार्ग पर चलते हुए भी अपने जीवन को बदल सकते है। आज की कथा में भगवान् सुखदेव के जीवन का वर्णन किया गया। तथा व्यास जी की मधुर वाणी से गाए हुए भजनों से श्रोतागण भजनों पर झूम उठे ।



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