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- Bengaluru Rameshwaram Cafe Blast Case; NIA Chargesheet | Musawir Hussain Shajib
बेंगलुरु14 मिनट पहले
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बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में 1 मार्च को दोपहर करीब 1 बजे बम विस्फोट हुआ था। इसमें 9 लोग घायल हुए थे।
बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में 1 मार्च को हुए IED ब्लास्ट मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इन चारों के नाम हैं- मुस्सविर हुसैन शाजिब, अब्दुल मतीन अहमद ताहा, माज मुनीर अहमद और मुज्जमिल शरीफ।
NIA की तरफ से जारी बयान के मुताबिक ताहा और शाजिब को उनका हैंडलर क्रिप्टो करेंसी के जरिए फंड भेजता था। इन फंड्स के इस्तेमाल से आरोपियों ने बेंगलुरु में कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया था।
इसमें बेंगलुरु के मल्लेश्वरम स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय पर किया गया IED हमला भी शामिल है, जो नाकाम हो गया था। यह हमला 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर किया गया था। इसी के बाद आरोपियों ने रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट की प्लानिंग की थी।
बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट का ये दूसरा वीडियो है। इसमें दोपहर 1 बजे के करीब जब लोग खाना खा रहे थे, तब अचानक बम ब्लास्ट हुआ।
शाजिब की मदद करने वाला 26 मार्च को गिरफ्तार किया गया था NIA ने इस मामले में 3 मार्च को इन्वेस्टिगेशन शुरू किया था। जांच के दौरान NIA ने राज्य पुलिस अधिकारियों और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर कई तकनीकी और फील्ड इन्वेस्टिगेशन किए थे। 23 मार्च को NIA ने शाजिब और ताहा की पहचान की थी। जांच में सामने आया था कि शाजिब ने ही कैफे में बम रखा था।
NIA ने बताया था कि शाजिब और ताहा दोनों ही ISIS मॉड्यूल का हिस्सा हैं। इसकी पुष्टि मॉड्यूल के सदस्यों ने भी की थी, जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया था। 2020 में अल-हिंद मॉड्यूल का पर्दाफाश होने के बाद दोनों पुलिस से छिपते फिर रहे थे। ताहा तमिलनाडु पुलिस इंस्पेक्टर के. विल्सन की हत्या के मामले में वॉन्टेड था और चेन्नई में मुख्य संदिग्ध के साथ रहा था।
NIA ने 26 मार्च को चिकमंगलुरु के रहने वाले मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया था। मुजम्मिल ने शाजिब और ताहा को ब्लास्ट से जुड़ा सामान मुहैया कराया था। मुजम्मिल को पकड़ने के लिए NIA ने तीन राज्यों कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में छापेमारी की।
तलाशी के दौरान कुछ कैश के साथ कई डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए थे। NIA ने लगातार शाजिब और ताहा की तलाश की, तब जाकर कैफे ब्लास्ट के 42 दिन बाद वे पश्चिम बंगाल से मिले थे।
आरोपी ने कैफे में इडली ली, पेमेंट किया और डस्टबिन के पास रखा बैग मामले की जांच के दौरान CCTV फुटेज में दिखा कि मास्क लगाए हुए एक व्यक्ति कैफे के पास बस से उतरता है और 11:30 बजे कैफे में दाखिल होता है। आरोपी की उम्र 25 से 30 साल के बीच है। वह एक बैग लेकर आया था।
कैफे में उसने इडली ऑर्डर की, काउंटर पर पेमेंट करके टोकन लिया। इसके बाद 11:45 बजे बैग को डस्टबिन के पास रखकर चला गया। एक घंटे बाद इसी बैग में टाइमर के जरिए धमाका हुआ था जिसमें 9 लोग घायल हुए थे।
ये कैफे के भीतर आरोपी शाजिब की तस्वीर है, जिसमें वह इडली की प्लेट लिए दिख रहा है।