रायकोट में एसडीएम कार्यालय पर विजिलेंस टीम की रेड के दौरान लगी भीड़
लुधियाना के रायकोट में एसडीएम गुरबीर सिंह कोहली के दफ्तर में विजिलेंस ने गुरुवार की देर शाम छापेमारी की। इस दौरान दफ्तर से 24.06 लाख की नकदी बरामद हुई। एसडीएम मौके से फरार हो गए, जबकि उनके स्टेनो जतिंदर सिंह को विजिलेंस ने हिरासत में ले लिया।
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मामला, रायकोट के गांव बड़ैच के दो सगे भाइयों बलदेव सिंह और सुखदेव सिंह की 14 एकड़ जमीन से जुड़ा है। इस जमीन का इंतकाल चढ़ाने के लिए 25 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।
विधायक हाकम सिंह ठेकेदार की टीम ने सबसे पहले एसडीएम दफ्तर में छापेमारी की। विवाद बढ़ने पर विजिलेंस को लुधियाना से बुलाया गया। डीएसपी शिवचंद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान किसी भी मीडियाकर्मी या खुफिया विभाग के कर्मचारी को अंदर नहीं जाने दिया गया।
विजिलेंस ने स्टेनो से पूछताछ के बाद एसडीएम के खिलाफ मामला दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएसपी शिवचंद स्टेनो जतिंदर सिंह को साथ लेकर लुधियाना चले गए।
वहीं, दूसरी ओर रिश्वत का मामला सामने आने पर किसान जत्थेबंदियों ने एसडीएम के फरार होने के बाद हाथों में बैनर लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।
विजिलेंस टीम की रेड के दौरान जमा हुए लोग
पांच करोड़ मूल्य की है सात एकड़ जमीन, दूसरी तारीख पर ही केस किया खारिज
जानकारी के मुताबिक, गांव बडैच के रहने वाले दो सगे भाई बलदेव सिंह व सुखदेव सिंह के पास कुल 28 एकड़ जमीन थी। जिसमें दोनों के हिस्से में 14-14 एकड़ जमीन आती थी। बड़े भाई बलदेव सिंह के दो बेटे है जिनके नाम जसप्रीत सिंह व हरप्रीत सिंह है। हरप्रीत सिंह इस समय कनाडा में है जिसने पहली पत्नी को छोड़कर दूसरी शादी की। उसकी पहली पत्नी से तीन बेटियां व एक बेटा पैदा हुआ जो कैनेडा में है।
दादा पोते-पोतियों के नाम कराना चाहता था जमीन
बलदेव सिंह ने पहले ही अपने हिस्से की 14 एकड़ जमीन को अपने दोनों बेटे जसप्रीत सिंह व हरप्रीत सिंह में बराबर- बारबर बांट दिया गया था, परंतु अब बलदेव सिंह, हरप्रीत सिंह की दूसरी शादी के बाद सात एकड़ जमीन जिसकी कीमत पांच करोड रुपए है को अपने तीन पोतियों व एक पोते के नाम करवाना चाहता था। पिता बदलेव सिंह की सोच के उल्ट जाकर हरप्रीत सिंह ने अपनी सात एकड़ जमीन अपने चाचा सुखदेव सिंह की बेटी संदीप कौर के नाम कर दी और कहा कि ये जमीन उसने बहन को दान में दी है, जिसका इंतकाल संदीप कौर के नाम पर चढ़ाया गया।
एसडीएम कोर्ट में दायर किया था केस
बलदेव सिंह ने अपने बेटे हरप्रीत सिंह व भतीजी संदीप कौर के खिलाफ इंतकाल तुड़वाने के लिए एक केस एसडीएम की कोर्ट में दायर किया, जिसकी पहली तारीख 29 मई को पड़ी और आज गुरुवार को दूसरी तारीख पर बलदेव सिंह का केस ही एसडीएम ने रद्द कर दिया। हरप्रीत सिंह व संदीप कौर वाली पार्टी की और से 25 लाख की रिश्वत लेने की चर्चा है।