इस मामले में डीडी नगर थाने में शिकायत दर्ज हुई है।
रायपुर में IDFC फर्स्ट बैंक के अधिकारियों पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन बेचने का आरोप है। पीड़ित का कहना है कि बैंक ने समाचार पत्र में विज्ञापन देकर दो जमीन की ई नीलामी बताई थी। उसने नीलामी में बोली लगाई और जमीन के लिए 5.52 लाख रुपए जमा किए। ले
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नवनीत चौरसिया ने पुलिस को बताया कि, IDFC फर्स्ट बैंक ने एक विज्ञापन जारी किया था। जिसमें खसरा नंबर के साथ जमीन की नीलामी की गई। उसने नीलामी की रकम भरकर जमीन जीत ली। लेकिन मौके पर उसे जमीन नहीं मिली। इस संबंध में 28 फरवरी 2023 को बैंक में एक एग्रीमेंट भी किया था। लेकिन जमीन के कब्जेदार और राजस्व रिकॉर्ड में अन्य लोगों के नाम सामने आए।
पुलिस जांच जारी
आरोप है कि नवनीत ने बैंक से संपर्क किया। तो बैंक अधिकारियों ने दस्तावेज देने से इनकार कर दिया और गुमराह किया। अब न्यायालय के आदेश पर डीडी नगर थाने में बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ऋण वसूली प्रभाग अधिकारी, स्वपानिल पाण्डेय, विनय सोनी समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। फिलहाल इस मामले में पुलिस आगे की जांच पड़ताल कर रही हैं।