मुंगेली जिले में साक्षरता अभियान के तहत 23 मार्च को राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 23 मार्च को राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान का आयोजन होगा। परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। शिक्षार्थी अपनी सुविधा के अनुसार 3 घंटे की परीक्षा दे सकेंगे।
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मुंगेली जिले में 12,260 असाक्षर लोगों को बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान देने का लक्ष्य है। इसके लिए 456 प्राथमिक स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए विकासखंड स्तर पर केंद्र अध्यक्ष और संकुल प्रभारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
जिला और विकासखंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। मुंगेली का संपर्क नंबर 7879105321, लोरमी का 8305151534 और पथरिया का 9691647559 है।
कलेक्टर राहुल देव ने 15 वर्ष से अधिक आयु के उन शिक्षार्थियों से परीक्षा में भाग लेने की अपील की है, जिन्होंने उल्लास साक्षरता केंद्र में 200 घंटे का कोर्स पूरा किया है। सफल होने पर उन्हें राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान और राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण का प्रमाण पत्र मिलेगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत, सरकार का लक्ष्य 2030 तक देश को पूर्ण साक्षर बनाना है। इसी के तहत 2022 से 2027 तक उल्लास नामक नव भारत साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम उन लोगों पर विशेष ध्यान देता है, जो किन्हीं कारणों से पहले पढ़-लिख नहीं पाए।
जिले में परीक्षा केंद्रों की तैयारियां पूरी
मुंगेली जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय ने कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जोर दिया कि शिक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और परीक्षा केंद्रों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
जिला शिक्षा अधिकारी सी. के. घृतलहरे ने बैठक में बताया कि 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान में दक्ष बनाना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। यह पहल उन लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जिन्हें औपचारिक स्कूली शिक्षा प्राप्त करने का अवसर नहीं मिला। इस अभियान के माध्यम से उन्हें साक्षर बनाकर समाज और राष्ट्र के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
जिला परियोजना अधिकारी रामनाथ गुप्ता ने जानकारी दी कि मुंगेली विकासखंड में 3,960 शिक्षार्थियों के लिए 151 परीक्षा केंद्र, लोरमी विकासखंड में 4,830 शिक्षार्थियों के लिए 152 परीक्षा केंद्र, और पथरिया विकासखंड में 3,470 शिक्षार्थियों के लिए 153 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।