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- Mallikarjun Kharge Letter Vs JP Nadda; Rahul Gandhi Death Threat Controversy
नई दिल्ली3 मिनट पहले
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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की चिट्ठी BJP ने अपने X सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर की है।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम ओपन लेटर लिखा है। नड्डा ने लिखा है कि आप राहुल गांधी समेत अपने नेताओं की करतूतों को भूल गए हैं या फिर उन्हें जानबूझ कर नजरअंदाज किया है।
यह उस चिट्ठी का जवाब है, जो खड़गे ने 17 सितंबर को पीएम मोदी की नाम लिखी थी। जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान देने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा अध्यक्ष की चिट्ठी की बड़ी बातें…
- खड़गे जी, आपने राजनीतिक मजबूरीवश जनता से बार-बार नकारे गए अपने फेल्ड को एक बार फिर से पॉलिश कर बाजार में उतारने के प्रयास में जो पत्र देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को लिखा है, उस पत्र को पढ़ कर मुझे लगा कि आपकी बातें यथार्थ और सत्य से कोसों दूर हैं। ऐसा लगता है कि पत्र में आप राहुल गांधी समेत अपने नेताओं की करतूतों को या तो भूल गए हैं या उसे जानबूझ कर नजरअंदाज किया है, इसलिए मुझे लगा कि उन बातों पर आपका ध्यान दिलाना जरूरी है।
- पत्र में सिलेक्टिव तरीके से बात केवल राहुल गांधी को लेकर की, इसलिए मैं उसी से अपनी बात की शुरुआत करना चाहूंगा। जिस व्यक्ति का इतिहास ही देश के प्रधानमंत्री समेत पूरे ओबीसी समुदाय को चोर कहकर गाली देने का रहा हो, देश के प्रधानमंत्री के लिए अत्यंत अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करने का रहा हो, जिसने संसद में देश के प्रधानमंत्री को डंडे से पीटने की बात कही हो, जिसकी धृष्ट मानसिकता से पूरा देश वाकिफ हो, उस राहुल गांधी को सही ठहराने की कोशिश आप किस मजबूरी के चलते कर रहे हैं?
- सोनिया गांधी ही थीं न खड़गे जी, जिन्होंने मोदी जी के लिए ‘मौत का सौदागर’ जैसे असभ्य अपशब्दों का प्रयोग किया था? इन सभी दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बयानों का तो आप और आपकी पार्टी के नेता महिमामंडन करते रहे। क्यों तब राजनीतिक शुचिता की बातें कांग्रेस भूल गई थी?
- जब राहुल ने सरेआम मोदी की छवि को खराब कर देंगे वाली बात कही थी तो राजनीतिक मर्यादा को किसने खंड-खंड किया था खड़गे जी? मैं ये समझता हूं कि अपने फेल प्रोडक्ट का बचाव करना और उसे महिमामंडित करना आपकी मजबूरी है लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते आपको इन चीजों पर आत्ममंथन भी तो करना चाहिए था।
- बड़े दुःख की बात है कि देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अब अपने युवराज के दवाब में कॉपी-पेस्ट वाली पार्टी बन कर रह गई है। राजनीतिक लोलुपता की पराकाष्ठा करते हुए अब राहुल गांधी वाले दुर्विकार कांग्रेस पार्टी भी अंगीकार करने लगी है और विडंबना यह भी कि वह उससे ही अपने आपको अलंकृत भी महसूस करने लगी है।
- कांग्रेस के नेताओं ने पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री मोदी को 110 से ज्यादा गालियां दी हैं और दुर्भाग्य की बात यह भी है कि इसमें कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल है। तब क्यों राजनीतिक शुचिता, मर्यादा, अनुशासन, शिष्टाचार जैसे शब्द आपकी और कांग्रेस की डिक्शनरी से गायब हो जाते हैं?
- एक तरफ आप राजनीतिक शुचिता की दुहाई दे रहे हैं लेकिन दूसरी ओर आपकी पार्टी और आपके नेताओं का इतिहास ही राजनीतिक शुचिता की धज्जियां उड़ाने का रहा है। ऐसा दोहरा रवैया क्यों?
- क्या-क्या नहीं कहा गया आपके नेताओं ने देश के प्रधानमंत्री को- मोदी तेरी कब्र खुदेगी, नीच, कमीना, मौत का सौदागर, जहरीला सांप, बिच्छू, चूहा, रावण, भस्मासुर, नालायक, कुत्ते की मौत मरेगा, मोदी को जमीन में गाड़ देंगे, राक्षस, दुष्ट, कातिल, हिंदू जिन्ना, जनरल डायर, मोतियाबिंद का मरीज, जेबकतरा, गंदी नाली, काला अंग्रेज, कायर, औरंगजेब का आधुनिक अवतार, दुर्योधन, हिंदू आतंकवादी, गदहा, नामर्द, चौकीदार चोर है, तुगलक, मोदी की बोटी-बोटी काट देंगे, साला मोदी, नमक हराम, गंवार, निकम्मा।
- उनके माता-पिता को भी नहीं छोड़ा गया, उनका भी अपमान किया गया। आजाद भारत के इतिहास में किसी भी जननेता का अपमान कभी नहीं किया गया, जितना आपकी पार्टी के नेताओं ने देश के प्रधानमंत्री का किया। इतना ही नहीं, आपकी पार्टी के जिन नेताओं ने देश के प्रधानमंत्री को जितनी बड़ी गाली दी, उसे कांग्रेस में उतने बड़े-बड़े पद दे दिए गए।
- अगर मैं ऐसे उदाहरण गिनाने लग जाऊं, तो आपको भी पता है कि उसके लिए अलग से किताब लिखनी पड़ेगी। क्या ऐसे बयानों और हरकतों ने देश को शर्मसार नहीं किया, राजनीतिक मर्यादा को तार- तार नहीं किया? आप इसे कैसे भूल गए खड़गे जी?
खड़गे ने पीएम मोदी को लिखा था- अपने नेताओं को रोकें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74वें जन्मदिन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें बधाई देने के बाद एक चिट्ठी भी लिखी थी। इसमें राहुल गांधी के खिलाफ हेट स्पीच पर चिंता जताई थी। खड़गे ने लिखा था- ‘भाजपा और सहयोगी दलों के नेता लगातार राहुल गांधी के लिए बेहद आपत्तिजनक और हिंसक भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। आपसे आग्रह है कि ऐसे नेताओं पर लगाम लगाएं।’
राहुल के खिलाफ BJP और उसके सहयोगी दलों के नेताओं के 3 बयान…
1. तरविंदर सिंह मारवाह : दिल्ली में राहुल गांधी के घर के बाहर 11 सितंबर को भाजपा ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह पर राहुल को मारने की धमकी देने का आरोप लगा।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘BJP नेता खुलेआम देश के नेता प्रतिपक्ष को हत्या की धमकी दे रहा है। ये बेहद गंभीर मामला है। ये भाजपा की नफरत की फैक्ट्री का प्रोडक्ट है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। PM मोदी अपनी पार्टी के इस नेता की धमकी पर चुप नहीं रह सकते।
‘राहुल गांधी बाज आ जा, नहीं तो आने वाले टाइम में तेरा भी वही हाल होगा, जो तेरी दादी का हुआ। – तरविंदर सिंह, भाजपा नेता
कांग्रेस ने भाजपा नेता और पूर्व विधायक तरविंदर सिंह मारवाह का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया है।
2. केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने 15 सितंबर को कांग्रेस लीडर राहुल गांधी को आतंकवादी बताया। उन्होंने कहा कि ‘राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं। उनको भारत से प्यार भी नहीं है। राहुल ने पहले मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो वे अब सिखों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, ‘राहुल गांधी देश के नंबर वन टेररिस्ट हैं। उनको पकड़ने वाले को इनाम दिया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं। देश की एजेंसियों को उन पर नजर रखनी चाहिए।’ दरअसल, राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी और कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं।
15 सितंबर को केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को देश का सबसे बड़ा दुश्मन बताया।
कांग्रेस का जवाब: केंद्रीय मंत्री के बयान पर पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जिसने राहुल गांधी के आगे-पीछे घूमकर अपना राजनीतिक करियर बनाया, वो सत्ता के लालच में विरोधियों की गोदी में बैठ कर सस्ते बयान दे रहा है। रवनीत बिट्टू को शास्त्रों में आस्तीन का सांप कहा गया है।
3. संजय गायकवाड़: 16 सितंबर को महाराष्ट्र के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा, ‘राहुल गांधी पिछड़ों, आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। उन्हें इसका इनाम मिलेगा, जो भी राहुल की जीभ काटेगा, उसे 11 लाख रुपए दिए जाएंगे।’
संजय ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में संविधान खतरे में होने का फर्जी नैरेटिव सेट कर वोट हासिल किए। आज वे आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस पिछड़े वर्ग, ओबीसी और आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहती है। बुलढाणा में संजय पर FIR दर्ज कर ली गई है।
शिंदे गुट के नेता संजय गायकवाड़ बुलढाणा से विधायक हैं।
राहुल गांधी के सिख वाले बयान पर हंगामा राहुल गांधी पिछले दिनों अमेरिका दौरे पर थे। भारत में आरक्षण कब तक चलेगा, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था, “कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे। फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।” साथ ही उन्होंने कहा था कि भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी, कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं।
राहुल गांधी के इस बयान पर देशभर में उनका विरोध हुआ था। हालांकि राहुल गांधी ने कहा था कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया।