दिल्ली में राहुल गांधी से मिलते हुए विक्रमादित्य सिंह
हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री (PWD) विक्रमादित्य सिंह ने मंगलवार को दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की। इस मीटिंग के बाद राज्य में सियासी हलचल भी तेज हो गई है। विक्रमादित्य सिंह ने राहुल गांधी को 23 जून को शिमला आने का न्योता दिया है।
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उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रभारी राजीव शुक्ला को भी शिमला आने का निमंत्रण दिया।
दिल्ली में मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करते हुए विक्रमादित्य सिंह
दरअसल, 23 जून को हिमाचल के छह बार के CM एवं विक्रमादित्य सिंह के पिता स्व. वीरभद्र सिंह की जयंती है। इस दिन शिमला के रिज पर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम रखा गया है। इसके लिए विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस के बड़े नेताओं को निमंत्रण दे रहे हैं। इसी कड़ी में आज राहुल गांधी का भी न्योता दिया गया है।

दिल्ली में राजीव शुक्ला को शिमला आने का न्योता देते हुए विक्रमादित्य सिंह
कांग्रेस संगठन को लेकर की चर्चा
सूत्र बताते हैं कि विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल में कांग्रेस संगठन को लेकर भी चर्चा की है, क्योंकि हिमाचल में कांग्रेस का सात महीने से संगठन नहीं है। इससे कार्यकर्ता परेशान है। पार्टी की गतिविधियां बंद पड़ी है। कांग्रेस दफ्तर में सन्नाटा पसरा है। आलम यह है कि कांग्रेस सरकार में मंत्री भी कांग्रेस संगठन को पैरालाइज्ड तक बोल चुके हैं।

दिल्ली में केसी वेणुगोपाल को शिमला आने का न्योता देते हुए विक्रमादित्य
6 नवंबर को भंग की थी कार्यकारिणी
राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीते साल 6 नवंबर को राज्य, जिला और ब्लाक कार्यकारिणी भंग की थी। प्रदेश में इकलौती पदाधिकारी प्रतिभा सिंह बची है। अब कांग्रेस अध्यक्ष को भी बदलने की चर्चाएं है, क्योंकि मौजूदा अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का तीन साल का कार्यकाल अप्रैल 2025 में पूरा हो गया है। मगर गुटों में बंटी कांग्रेस न नया अध्यक्ष और न ही संगठन बना पा रही है।
सूत्रों के अनुसार, विक्रमादित्य सिंह ने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से भी नया संगठन भी जल्दी बनाने का आग्रह किया है। संगठन नहीं बनने से कांग्रेस वर्कर मायूस है। वह अपनी बात न सरकार और न ही संगठन के स्तर पर उठा रहा है।