रीवा पुलिस ने बालाघाट पुलिस के साथ मिलकर 2 आदतन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 32 नग जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
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बताया गया कि हथियार और जिंदा कारतूसों की बरामदगी के बाद पुलिस अब अवैध हथियारों के खरीद-फरोख्त के नेटवर्क का पता लगाने में जुट गई है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी अवैध हथियार से फिर कोई बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। इसलिए मुखबिर की सूचना के बाद कई थानों की पुलिस के साथ मिलकर एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया गया। जहां दबिश देकर दोनों को धर दबोचा गया।
एडिशनल एसपी विवेक लाल ने बताया कि जनवरी में गोविंदगढ़ थाने में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। आरोपियों ने एक युवक पर रॉड से जानलेवा हमला किया था। इस मामले में पवन पाठक (सीधी), अनुराग मिश्रा (अमिलकी) और प्रिंस मिश्रा नाम के आरोपी को नामजद किया गया था। पहले से भी दोनों आरोपियों पर 10 से अधिक मामले दर्ज हैं। दोनों आदतन अपराधी हैं।
घटना के बाद से सभी आरोपी फरार थे। पुलिस ने दो आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की और गौरव पाण्डेय के नेतृत्व में एक टीम गठित की।
जहां बालाघाट पुलिस के साथ मिलकर ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया गया और आरोपियों को घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। जब इन्हें पकड़ा गया तो पुलिस को इनके पास से बड़ी मात्रा में जिंदा कारतूस मिले। जिसके बाद अवैध हथियारों की तस्करी का खुलासा हो गया।
उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से रिवाल्वर समेत 32 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। जिस संबंध में रिमांड में लेकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में कारतूस मिलने के बाद हथियारों की तस्करी में भी इनकी भूमिका की जांच जारी है। प्रिंस मिश्रा नाम का आरोपी अभी फरार है। जिसे जल्द गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है।