रीवा के आकृति टॉकीज के पास हुए गैंगवार और गोलीकांड के मामले में 7 हजार के इनामी बदमाश रवि पांडेय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह घटना के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था।
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पुलिस के मुताबिक, दो गुटों के बीच हुई गैंगवार और शूटआउट में रवि पांडेय मुख्य आरोपी था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 7 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। सिविल लाइन थाना प्रभारी कमलेश साहू ने बताया कि आरोपी लगातार पुलिस को चकमा देकर भाग रहा था, जिसके चलते पुलिस अधीक्षक ने उस पर इनाम घोषित किया था।
जानकारी मिलने के बाद पुलिस की अलग-अलग टीमों ने संभावित ठिकानों पर दबिश दी। रेड के दौरान पुलिस ने आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई।
वर्चस्व की लड़ाई में हुआ था विवाद
थाना प्रभारी कमलेश साहू ने बताया कि 4 नवंबर को आकृति टॉकीज के पास दो गुटों के बीच झड़प हुई थी, जिसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। दोनों गुट फायरिंग से पहले 4 दिनों तक फोन पर एक-दूसरे को चुनौती और धमकी दे रहे थे। यह विवाद आपसी वर्चस्व और शहर में ‘डॉन’ बनने की लड़ाई को लेकर था। झगड़े के दौरान आयुष पाठक और शीतलांजल ने एक-दूसरे को ‘भाई’ कहकर संबोधित करने का आदेश दिया, जिससे विवाद और बढ़ गया।
हत्या की नीयत से चलाई गई थी गोली
आकृति टॉकीज के पास दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर पिस्टल से फायरिंग की थी। गनीमत रही कि कोई भी गोली किसी को नहीं लगी।
फायरिंग की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल की बारीकी से जांच की। घटना के बाद से ही दोनों गुटों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई थी।