भोपाल में कॉलेज छात्राओं से रेप और ब्लैकमेलिंग करने वाले गिरोह के सरगना फरहान खान के खातों की जांच में एक दर्जन से अधिक लोग चिह्नित किए गए हैं। इन लोगों ने पिछले चार सालों के भीतर कई बार फरहान से 40 से 50 हजार रुपए तक लिए और दिए हैं। अब पुलिस इन लोगो
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हालांकि फरहान ने पुलिस को बताया था कि सभी बड़े ट्रांजैक्शन उन लोगों से किए हैं जिनसे उसने टू व्हीलर बेची अथवा खरीदी थी। वह खर्च चलाने के लिए सेकेंड हैंड बाइक बेचने और खरीदने का काम भी किया करता था। स्टेट एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) की पड़ताल में आरोपी द्वारा शेयर ट्रेडिंग किए जाने का भी खुलासा हुआ था। इसके लिए आरोपी ने पीड़ित छात्राओं के खाते के इस्तेमाल किया था।
अबरार अब भी पुलिस गिरफ्त से दूर भोपाल के इस बहुचर्चित मामले में 17 अप्रैल को पहली एफआईआर बागसेवनिया थाने में दर्ज की गई थी। इसके बाद से ही आरोपियों में से एक अबरार का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है।
इंजीनियरिंग का स्टूडेंट रहा अबरार बेहद शातिर है। पुलिस से बचने के लिए वह अपने परिजन से भी संपर्क नहीं कर रहा है। बाकी आरोपी अली, नबील, साद, फरहान और साहिल भोपाल सेंट्रल जेल में बंद हैं।
आयोग जता चुका बड़े नेटवर्क की आशंका राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने 20 मई को जांच रिपोर्ट सौंपी है। इसमें रेप-ब्लैकमेलिंग और धर्मांतरण का दबाव बनाने वाले गिरोह के पीछे बड़ा नेटवर्क होने का संदेह जताया गया है।
यही वजह है कि फंडिंग वाले एंगल पर जांच तेज की गई है। आरोपियों के करीबियों की भूमिकाएं भी खंगाली जा रही हैं।
अतिक्रमण की दुकानों से थी कमाई अतिक्रमण की दुकानों से फरहान एक लाख रुपए महीना तक कमाता था, इस बात की जानकारी उसके परिजन को भी नहीं थी। इस रकम से ही उसने स्पोर्ट्स बाइक खरीदी थी।
इसी रकम से उसने लड़कियों को झांसे में लेने के लिए हाई प्रोफाइल लाइफ स्टाइल दिखाया, महंगे फोन भी खरीदे। उसकी अतिक्रमण कर तैयार की गई दुकानें प्रभात पेट्रोलपंप के पास थीं।
