रेवाड़ी के कालाका स्थित वाटर टैंक।
रेवाड़ी शहर में आज से 72 घंटे में सिर्फ 40 मिनट पानी आएगी। क्योंकि पहले नहर में आज पानी आना था लेकिन अब 12 जून का समय बताया जा रहा है। जिसके चलते समस्या बढ़ गई है। स्टोरेज में केवल 20 प्रतिशत पानी बचा है। जिसके चलते समस्या बढ़ गई है।
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रेवाड़ी की पेयजल सप्लाई पर पंजाब के साथ चल रही भाखड़ा जल विवाद का भी असर पड़ा है। रेवाड़ी शहर को भाखड़ा से भी करीब 30 प्रतिशत पानी मिलता था। लेकिन उसमें कटौती और नहरबंदी 24 से बढ़कर 30 दिन तक होने के कारण पेयजल की दिक्कत हो रही है।
आधे फ्लो के साथ मिला 9 दिन पानी
रेवाड़ी शहर के टैंक में नहर से 1 मई को पानी मिलना चालू हुआ था। 5 से 6 मई तक करीब 75 प्रतिशत टैंक फुल हुए थे। 4 मई की रात के बाद से ही रेवाड़ी में पानी का फ्लो आधा हो गया था। करीब 13 मई को रेवाड़ी में नहर बंद हो गई थी। नहर बंद होने के समय तक रेवाड़ी के टैंक करीब 95 प्रतिशत फुल थे। पहले 24 दिन, अब 30 दिन नहरबंदी रेवाड़ी शहर की पेयजल सप्लाई के लिए 16 दिन नहरी पानी आता था लेकिन अब केवल 8 दिन ही पानी मिल रहा है। पहले 24 दिन नहरबंदी होती थी लेकिन अब 30 दिन नहरबंदी होगी। जिससे जनस्वास्थ्य विभाग के सामने राशनिंग कर सप्लाई करना ही एकमात्र विकल्प है।
शहर में करीब 40 हजार कनेक्शन
रेवाड़ी शहर में जनस्वास्थ्य विभाग के करीब 27 हजार वैध कनेक्शन हैं। वहीं करीब 13 हजार अवैध कनेक्शन से लोग पेयजल आपूर्ति ले रहे हैं। रेवाड़ी शहर में हर रोज करीब 30 एमएलडी पानी की सप्लाई हो रही हैं।

ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग में समस्या सुनाते हुए पार्षद।
हैंडपंप मांग रहे पार्षद, CM से करेंगे शिकायत
शहर में पेयजल किल्लत के हालात ऐसे हैं कि ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में नगर पार्षद हैंडपंप मांग चुके हैं। हैंडपंप भी नहीं मिलने के कारण पार्षदों में रोष था। अब मामला 15 जून को CM के समक्ष उठाया जाएगा। जिसमें जनस्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद अधिकारियों की शिकायत की जाएगी।
सप्लाई सुचारू बनाने का प्रयास: जेई
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई हेमंत कुमार ने बताया कि नहरबंदी बढ़कर 30 दिन हो गई है। स्टोरेज क्षमता 16 दिन के अनुसार तो सही है, लेकिन 30 दिन नहरबंदी के अनुरूप नहीं हैं। जिसके चलते 2 दिन छोड़कर पानी सप्लाई की जा रही है।