संगम से लौटे 3 लोगों को रैन बसेरा में सहारा नहीं मिला था।
प्रयागराज में मकर संक्रांति के अवसर पर एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। संगम स्नान के बाद देर रात लौट रहे तीन श्रद्धालुओं को नगर पंचायत द्वारा संचालित रैन बसेरा में प्रवेश नहीं मिल सका। इस घटना का संज्ञान लेते हुए डीएम ने एसडीएम से रिपोर्ट मा
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एसडीएम भरतराम की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। जांच में पाया गया कि नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) ने न केवल रैन बसेरा के संचालन में घोर लापरवाही बरती, बल्कि इसके निर्माण स्थल के चयन में भी नियमों की अवहेलना की।
मूल आदेश के अनुसार रैन बसेरा को राजमार्ग के किनारे या रेलवे स्टेशन के आसपास बनाया जाना था, लेकिन ईओ ने इसे जल निगम परिसर में बनवा दिया, जहां श्रद्धालुओं को इसे ढूंढने में भी कठिनाई होती है। 14 जनवरी की रात को जब तीन श्रद्धालु संगम स्नान करके लौटे, तो उन्हें रैन बसेरा का गेट बंद मिला।
पुलिस के आने पर भी रैन बसेरा का ताला नहीं खुला था।
पुलिस भी नहीं खुलवा सकी ताला स्थानीय पुलिस ने भी ताला खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। एसडीएम ने अपनी जांच रिपोर्ट में ईओ के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की संस्तुति की है। इस रिपोर्ट के बाद से नगर पंचायत के कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। यह घटना प्रशासनिक लापरवाही का एक गंभीर मामला है, जिसमें श्रद्धालुओं को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ा।