बैठक के दौरान आशा वर्करों को संबोधित करते हुए राज्य प्रधान सुरेखा।
रोहतक जिले में बकाया वेतन के तुरंत भुगतान करने और आशा वर्कर सुमन एवं दीक्षा के साथ की गई मारपीट के खिलाफ 8 मई को आशा वर्कर्स जोरदार विरोध प्रदर्शन करेंगी। इसके साथ ही सीटू समेत केंद्रीय ट्रेड यूनियन के संयुक्त आह्वान पर होने वाली 20 मई की राष्ट्रव्या
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आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा की राज्य प्रधान सुरेखा ने कहा कि पूरे हरियाणा में विभाग द्वारा अलग-अलग जिलों में आशा वर्करों को अलग-अलग तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है। आशा वर्कर्स को डराया- धमकाया जा रहा है। उनके ऊपर दबाव बनाकर अनेक प्रकार के विभागीय काम करवाए जा रहे हैं और हटाने की धमकी तक दी जाती है।
सुरेखा ने कहा कि पूरे हरियाणा के अंदर कई जगहों पर विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा आशा वर्करों के साथ मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने के मामले सामने आए है। सुमन ओर दीक्षा आशा वर्करों के साथ की गई मारपीट का मामला सामने आया है। आशा वर्कर के पास समय पर ना तो आयरन सिरप मिलता है, ना आयरन और कैल्शियम की टैबलेट मिलती है।
बैठक के दौरान संबोधित करते हुए राज्य प्रधान सुरेखा।
पूरे हरियाणा में एनएचएम का बजट रुका सुरेखा ने कहा कि पूरे हरियाणा के अंदर आशा वर्कर्स का नवंबर दिसंबर से लेकर एनएचएम का बजट रुका हुआ है और फरवरी से राज्य का बजट भी आशा वर्कर्स को नहीं मिला। हर महीने सभी आशा वर्कर्स को एचबीपीएनसी और एचबीवाईसी कार्ड और अप्रेजल फॉर्म फोटो स्टेट करवाने पड़ते हैं। 4 लेबर कोड को वापस लिया जाए, सरकारी विभागों के निजीकरण पर रोक लगाने और संशोधित बिजली बिल वापस लेने की मांग की।

बैठक के दौरान उपस्थित आशा वर्कर।
8 मई को पूरे प्रदेश में होगा प्रदर्शन राज्य महासचिव सुनीता ने कहा कि 2023 की हड़ताल में सरकार की सहमति के अनुसार आशा वर्कर्स के कटे हुए पैसे अभी तक नहीं मिले हैं। विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बनी सहमति में कहा था कि आशा वर्कर्स के अप्रेजल के अंदर एएनएम के साइन करवाने की कोई जरूरत नहीं रहेगी। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। ऐसे में पूरे प्रदेश में 8 मई को जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।