लखनऊ के कृष्णानगर इलाके स्कूल वैन ड्राइवर ने फांसी लगाकर जान दी। घर के पास पेड़ के सहारे मफलर से उसका शव लटकता मिला। वहीं इंदिरानगर में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस दोनों शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
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उन्नाव के औरास निवासी रिशु रावत कृष्णानगर के विजयनगर में परिवार के साथ रहते थे। रिशू स्कूल वैन चलाकर परिवार का जीवनयापन कर रहे थे। पत्नी प्रीति ने बताया कि मंगलवार रात में वह खाना बना रही थी। इस दौरान रिशु घर से बिना कुछ बताए कही चले गए। खाना बनाने के बाद उनका काफी देर इंतजार किया लेकिन वो नहीं लौटे।
इस पर घर से निकलकर आसपास उनकी तलाश की तो कुछ दूर पेड़ से मफलर के फंदे के सहारे लटके मिले। पति को फंदे से लटका देख उनकी चीख निकल गई। आसपास के लोगों की मदद से रिशु को फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जीन्स पैंट से फंदा बनाकर लटका
वहीं, इन्दिरानगर के सेक्टर- 13 निवासी संजीव त्रिवेदी (23) ने कमरे में फांसी लगा ली। मूलरूप से वह हरदोई कछौना के रहने वाले थे। लखनऊ में रहकर ड्राइवरी का काम करते थे। भाई संजय ने बताया कि संजीव नशे का आदी था। 13 महीने पहले उसकी हरदोई की रहने वाली शिल्पी से शादी हुई थी।
पत्नी अपने मायके में है। सुबह 9 बजे भाई संजीव सोकर उठा तो संजीव कमरे में कुंडे के सहारे जीन्स पैंट के फंदे से लटका हुआ था। पहले भी संजीव सुसाइड का प्रयास कर चुके हैं। इंस्पेक्टर इंदिरानगर ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।