छात्र शिवांग की मोबाइल कॉल डिटेल खोलेगी आत्महत्या के पीछे का राज।
लखनऊ में ब्लैकमेलिंग के चलते फांसी लगाने वाले छात्र के परिजनों के आरोप पर गाजीपुर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने छात्र और उसकी मां के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल के आधार पर आगे की जांच करेगी। परिजनों का आरोप है कि पिछले एक सप्ताह से कोई उसको फोन
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फोन पर लगातार किया जा रहा था ब्लैकमेल
पिता आनंद शुक्ल ने गाजीपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
मूल रूप से हमीरपुर भरुआ समेरपुर निवासी आनंद शुक्ल इंदिरानगर के सेक्टर 19 में परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने पुलिस को लिखित शिकायत की है। उनका आरोप है कि कोई उनके बेटे शिवांग को ब्लैकमेल कर रहा था। जिसमें महिला या पुरुष कोई हो सकता है। इसके चलते एक सप्ताह से अवसाद की स्थित में था। इसी से परेशान होकर उसने मंगलवार रात करीब सात बजे अपने कमरे की छत में लगे पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त मां पूनम पूजा करने और खुद काम से गए थे। घटना के बाद पुलिस से शिकायत की थी।
मोबाइल से डिलीट की चैट
घटना के बाद मां का रो-रो कर बुरा हाल।
मां पूनम के मुताबिक बेटे को कोई परेशान कर रहा था। इसके चलते ही उसने अपना फोन रिचार्ज नहीं कराया। इसके चलते तीन दिन मेरा फोन प्रयोग किया। इसके बाद घटना से पहले मेरे मोबाइल से पूरी कॉल डिटेल और मैसेज डिलीट कर दिए। वहीं उसका फोन लॉक होने से कोई कॉल डिटेल और मैसेज के विषय में जानकारी नहीं हो पा रही है।
परिजनों ने दरवाजा तोड़कर निकाला था शव
परिजनों ने जब दरवाजा तोड़ा तो पंखे से लटक रहा था शव।
मंगलवार रात घर पर किसी के न होने पर उनके बेटे शिवांग (19) ने अपने कमरे की छत में लगे पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। कमरे का दरवाजा न खुलने पर परिजनों ने खिड़की से देखा उसका शव फांसी के फंदे पर लटक रहा था। परिजनों ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला। उसके बाद जान होने की उम्मीद पर लोहिया अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।