लखनऊ के महानगर में दुकान में काम करने वाली युवती का अपहरण करके ले जा रहे ई-रिक्शा चालक को इंस्पेक्टर ने दौड़ाकर पकड़ा। युवती दुकान बंद होने के बाद अपने घर जा रही थी। इस दौरान ई-रिक्शा में बैठे दो युवक गाली गलौज करने लगे। युवती ने विरोध करते हुए चालक
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निशातगंज निवासी पीड़िता ने बताया कि वह इंदिरानगर में एक दुकान में काम करती है। शनिवार शाम को वह दुकान बंद होने के बाद अपने घर लौट रही थी। खुर्रमनगर से ई-रिक्शे पर सवार हुई। ई-रिक्शा पर पहले से गुडंबा के कल्याणपुर का रहने वाला विजय यादव सवार था। कुछ दूर जाने पर रास्ते में ई रिक्शा चालक खुर्रमनगर के मदरसा खैरुल उमर निवासी सूफियान खान और पहले सवार विजय गाली-गलौज करने लगे। दोनों युवक नशे में धुत थे।
इंस्पेक्टर ने दौड़ाकर पकड़ा
पीड़िता का आरोप है कि जब उसने गाली-गलौज का विरोध किया तो दोनों आरोपी उससे बदतमीजी शुरू कर दिए। इस पर पीड़िता ने जब ई-रिक्शा रोकने के लिए कहा तो सूफियान ने रफ्तार बढ़ा दी। वहीं, विजय ई-रिक्शा में बंधक बनाकर पीड़िता से हाथापाई करने लगा। युवती ने खुद को फंसता देख शोर मचाना शुरू कर दिया।
इस बीच गोल मार्केट पर खड़े इंस्पेक्टर अखिलेश मिश्रा को युवती की चीख सुनाई दी। वह दरोगा दीपक कुमार और सिपाही संतोष सिंह के साथ ई-रिक्शा का पीछा करने लगे। कुछ दूर जाकर आरोपियों को ई-रिक्शा सहित पकड़ लिया। इंस्पेक्टर के मुताबिक पीड़िता की तहरीर पर केस दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजा गया है।