लखनऊ में धनतेरस को लेकर शहर के बाजार पूरी तरह से तैयार है। छोटे–बड़े करीब 350 से ज्यादा बाजारों में करीब 4 लाख दुकानें ग्राहकों के लिए सज गई हैं। करीब 3 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार होने की उम्मीद है। इस दौरान बर्तन, कपड़ा, ऑटोमोबाइल व गहनों की
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खबर आगे पढ़ने से पहले पांच फोटो में देखें धनतेरस पर बाजार की रौनक…
धनतेरस पर पत्रकारपुरम मार्केट में बर्तन की दुकान पर खरीदारी करता ग्राहक।

इंदिरा नगर स्थित ऑटोमोबाइल एजेंसी में कार खरीदने के बाद युगल।

अमीनाबाद में गहनों की खरीदारी करती महिला।

हजरतगंज में इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में रखे प्रोडक्ट।

अमीनाबाद में कपड़ों की दुकान पर खरीदारी करती महिला।
बाजार में सुरक्षा के लिए तैनात रहेगी पुलिस
लखनऊ व्यापार मंडल अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा का कहना है कि बाजार पूरी तरह से तैयार है। स्थानीय व्यापार मंडल सदस्य और पुलिस बल ने मोर्चा संभाल लिया है। जाम से निपटने के लिए दो पहिया के अलावा बाकी कोई भी गाड़ी भूतनाथ, अमीनाबाद, नादान महल रोड, चौक सर्राफा बाजार के अंदर नहीं जाएगी। इसको लेकर बैरिकेडिंग की गई है।

लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा का कहना है कि बाजार पूरी तरह से तैयार है।
अब समझते हैं प्रमुख सेक्टर की स्थिति
सर्राफा बाजार – रेट ज्यादा लेकिन कस्टमर कम नहीं
लखनऊ में सोना और चांदी अपने रिकॉर्ड स्तर पर है। सोना जहां करीब 80 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम। वहीं चांदी 98 हजार रुपए प्रति किलो तक है। इसके बावजूद शहर के सर्राफा बाजार में इसका असर नहीं है। कारोबारियों को उम्मीद है कि धनतेरस पर इस बार पिछले सभी रिकॉर्ड टूटेंगे।
कारोबारियों का कहना है कि लोगों में डर है कि कहीं रेट और ज्यादा न बढ़ जाएं। इसकी वजह से वह काफी ज्यादा मात्रा में खरीदारी करने के लिए आ रहे हैं। यहां तक की जिन घरों में शादी होने वाली है, वह लोग भी अभी से खरीदारी कर रहे है।

सर्राफा कारोबारी गहने बनवाई पर 25 से 50 फीसदी तक छूट दे रहे है।
कपड़ा कारोबार – बच्चों की वजह से डिमांड
कपड़ा कारोबार बच्चे और महिलाओं की वजह से डिमांड में है। लखनऊ व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष और कपड़ा कारोबारी देवेंद्र गुप्ता का कहना है कि बाजार में बच्चों के कपड़े खरीदने वालों की संख्या ज्यादा है।

कपड़ा कारोबारी देवेंद्र गुप्ता ने बताया कि बच्चों के कपड़े की मांग अधिक है।
वहीं, रामा साड़ी के मालिक उत्तम कपूर ने बताया कि सहालग भी आने वाला है, ऐसे में महिलाओं की खरीदारी बढ़ रही है।
मोबाइल – ऑन लाइन रेट पर देने का दावा
ऑन लाइन खरीदारी की वजह से मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों को धनतरेस पर मोबाइल सेक्टर में बेहतर बिक्री की उम्मीद है। श्रीराम टावर में बालाजी शॉप के मालिक नीरज जौहर बताते है कि उनके पास सबसे ज्यादा बिकने वाले सैमसंग, वन प्लस, ओपो और विवो के सेट है। कारोबारियों का कहना है कि ऑन लाइन की तुलना में ऑफ लाइन भी मोबाइल सस्ता माल मिल रहा है।
ऑटोमोबाइल में 1000 करोड़ का होगा कारोबार
कारोबारियों का दावा है कि इस महीने गाड़ियों का 1500 करोड़ से ज्यादा का कारोबार होगा। एसआरएम टाटा मोटर्स के मालिक पीयूष अग्रवाल का कहना है- अगर पिछले महीनों से तुलना करें तो कारोबार करीब 50 फीसदी बढ़ा है। टाटा की गाड़ियों में सबसे ज्यादा डिमांड पंच और नेक्सॉन की है।
कार कंपनियों ने अलग-अलग गाड़ियों पर 25 हजार से 2 लाख रुपए की छूट ऑफर की है।
कहां कितना कारोबार होने की उम्मीद
सर्राफ – 500 करोड़
इलेक्ट्रॉनिक – 200 करोड़
बर्तन – 50 करोड़
मोबाइल – 50 करोड़
जमीन या फ्लैट रजिस्ट्री – 200 करोड़
कपड़ा – 30 करोड़ रुपए
मिठाई – 50 करोड़
पटाखा – 25 करोड़
सजावाट व लाइट – 50 करोड़
फर्नीचर – 50 करोड़
ऑटो-मोबाइल – 1000 करोड़ रुपए
मिठाई, ड्राइ फ्रूट – 300 करोड़
गिफ्ट आइटम – 200
इसके अलावा जनरल स्टोर, मूर्ति, दिया, सजावट, तेल, रिफाइंड, घी का कारोबार करीब 300 करोड़ रुपए तक पहुंचने की संभावना है।
( नोट – आंकड़े स्थानीय व्यापारियों से बातचीत पर आधारित है)
अब समझते हैं प्रमुख बाजार जहां आप खरीदारी कर सकते हैं…
अमीनाबाद – ऑटो – मोबाइल सेक्टर को छोड़ दिया जाए तो यहां गहने, कपड़े, बर्तन समेत सभी सामान मिल जाएगा। यही वजह से यहां सबसे ज्यादा भीड़ होती है।
भूतनाथ – भूतनाथ बाजार सजावट, कपड़ा, बर्तन, सराफा के लिए खास है। यहां अमीनाबाद के बाद सबसे ज्यादा भीड़ होती है।
पत्रकारपुरम – मॉल कल्चर को छोड़ दिया जाए तो यह गोमती नगर का सबसे बड़ा बाजार है। यहां भी अमीनाबाद और भूतनाथ की तरह सभी सामान मिल जाएगा, लेकिन आम बाजारों की तुलना में महंगा होता है।
चौक – सर्राफा , चिकन के कपड़ों के साथ पूजा में इस्तेमाल होने वाले अन्य सामान के लिए चौक बाजार सबसे बढ़िया बाजार है। हालांकि यहां जाना कठिन काम है।
यहियागंज – शहर का सबसे पुराना होल सेल बाजार यही है। यहां करीब 150 साल पुराने दुकानें है। बर्तन के मामले में यह प्रदेश के सबसे प्रमुख बाजारों में एक है। यहां से पूरे शहर में बर्तन की सप्लाई होती है। लेकिन यहां जाम की सबसे अमीनाबाद से भी ज्यादा है।
नाका – इलेक्ट्रानिक और झालर के हिसाब से यह शहर का सबसे बड़ा बाजार है। यही वजह है कि यहां आने वाले दो दिनों में लगभग पूरी रात दुकानें खुली रहेंगी।
आलमबाग – सर्राफा और कपड़े के हिसाब से यह बेस्ट बाजार है। चौक और अमीनाबाद के बाद यहां सर्राफा की सबसे ज्यादा की बड़ी दुकानें हैं।
अयोध्या रोड और रिंग रोड – कार, बाइक और फर्नीचर की ख़रीददारी करने वालों के लिए यह बाजार सबसे अच्छे हैं। यहां से ख़रीददारी कर निकलना भी आसान होगा।