लखनऊ5 मिनट पहले
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लखनऊ के बाल्मीकि रंगशाला प्रेक्षागृह में तीन दिवसीय नाट्य समारोह के दूसरे दिन का आयोजन किया गया। इस दौरान आस्था नाट्य रंगमण्डल समिति ने येर्रम शट्टि ‘साई’ द्वारा लिखित नाटक ‘आत्म हत्या’ का मंचन किया। निर्देशिका निशा बेगम के निर्देशन में हुए इस नाटक को मदद एजुकेशनल एण्ड वेलफेयर सोसाइटी ने प्रस्तुत किया।
नाटक में चिरंजीवी नाम के एक ऐसे व्यक्ति की कहानी दिखाई गई है, जो सब कुछ होने के बावजूद अकेलेपन से जूझ रहा है। जीवन की परेशानियों से तंग आकर वह आत्महत्या का फैसला करता है। एक पुल पर पहुंचने के बाद उसकी जिंदगी में एक नया मोड़ आता है।

कलाकारों के अभिनय ने दर्शकों को काफी प्रभावित किया
मंच पर मोहित यादव ने चिरंजीवी और शोभित वर्मा ने बिरजू/पंडित की भूमिका निभाई। दोनों कलाकारों के अभिनय ने दर्शकों को प्रभावित किया। नाटक की दृश्य परिकल्पना निशा बेगम ने की। प्रकाश व्यवस्था सचिन कुमार शाह और संगीत व्यवस्था पल्लवी जैसवाल ने संभाली।

नाटक का संदेश आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से प्रस्तुत इस नाटक ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। नाटक के माध्यम से बताया गया कि आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है। कठिनाइयों से लड़कर ही जीवन की वास्तविक शक्ति का अनुभव होता है।