लखीसराय शहर में स्थित पोल सोनिया पोखर की हालात अतिक्रमण के कारण गंभीर बनी हैं। बता दें कि मुख्य सड़क किनारे स्थित सोनिया पोखर पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। पोखर के किनारे 50 से अधिक दुकानें चल रही हैं, जिनमें बिना लाइसेंस के आधा दर्जन से ज्यादा मीट
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स्थानीय लोगों का कहना है कि सोनिया पोखर का अधिकांश हिस्सा और मुख्य सड़क भी अतिक्रमण की चपेट में है। बावजूद इसके, नगर प्रशासन ने कभी इस अतिक्रमण को अपनी सूची में शामिल नहीं किया। कार्रवाई के नाम पर प्रशासन केवल खानापूर्ति करता नजर आता है।
जिले के नए डीएम मिथिलेश मिश्र के योगदान के बाद प्रशासन ने जाम और अतिक्रमण से मुक्ति दिलाने के लिए दो महीने से सक्रियता दिखाई है। हालांकि, सोनिया पोखर पर अतिक्रमण को लेकर अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।
अतिक्रमणकारियों से अवैध वसूली का आरोप
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि अतिक्रमित दुकानों से प्रतिदिन अवैध वसूली की जाती है, लेकिन वसूली करने वालों का नाम सार्वजनिक नहीं किया जा रहा। लोगों का कहना है कि जब तक प्रशासन ईमानदारी से कार्रवाई नहीं करेगा, तब तक अतिक्रमण और जाम की समस्या से निजात पाना मुश्किल है।
सोनिया पोखर का यह मामला प्रशासन के लिए चुनौती बन चुका है। अगर इसे हल नहीं किया गया, तो प्रशासन की नीयत और कार्यप्रणाली पर सवाल उठते रहेंगे। नागरिकों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि शहर की खूबसूरती और सार्वजनिक संपत्तियों को बचाया जा सके।