कुंदन पाल | ललितपुर6 मिनट पहले
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ललितपुर में हीटवेव से चमगादड़ों की मौत।
ललितपुर में पिछले चार दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी ने जंगल के जीवों पर भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कोतवाली तालबेहट क्षेत्र के ग्राम सेरवास कलां में दो दिनों के भीतर सैकड़ों चमगादड़ों की मौत हो गई। गांव में बरगद के पेड़ के नीचे मृत चमगादड़ों को देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। वीडियो सामने आने के बाद वन विभाग हरकत में आया।
40 डिग्री पार होते ही टूटने लगी जानें
सामाजिक वानिकी प्रभाग की निदेशक डॉ. शिरीन सिद्दीकी ने बताया कि जैसे ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचता है, मेमल स्तनधारी चमगादड़ अत्यधिक गर्मी नहीं सह पाते और उनकी तत्काल मौत हो जाती है।सेरवास कलां में भी हीटवेव के कारण चमगादड़ों की सामूहिक मृत्यु हुई है।

दो दिन बाद पहुंची वन विभाग की टीम
ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम बुधवार को गांव पहुंची, जहां दवा का छिड़काव कराया गया और मृत चमगादड़ों के शवों का निस्तारण किया गया।
डॉ. शिरीन सिद्दीकी ने बताया कि सेरवास कलां सहित जहां-जहां चमगादड़ों का निवास है, वहां अब हीटवेव से बचाव के लिए छिड़काव और निगरानी का कार्य किया जा रहा है।

ललितपुर प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी (डीएफओ) डॉ. शिरीन सिद्दीकी जानकारी देती हुई।
पिछले साल भी हुई थीं मौतें
एसडीओ ने बताया कि साल 2024 में भी जाखलौन और दैलवारा गांव में हीटवेव से चमगादड़ों की मौत हुई थी।इस बार भी इन गांवों में टीमें भेजकर स्थिति पर निगरानी की जा रही है, ताकि संभावित संकट से पहले ही निपटा जा सके।
ग्रामीणों में दहशत, लगातार हो रही मौतें
ग्राम सेरवास कलां निवासी अधिवक्ता आरपीएस परमार ने बताया कि, “दो दिन से लगातार गांव में चमगादड़ों की मौत हो रही है। हमने वन विभाग को वीडियो भेजकर सूचना दी, अब जाकर अधिकारी पहुंचे हैं।”गांव में संक्रमण फैलने का डर भी बना हुआ है, जिससे ग्रामीण चिंतित और भयभीत हैं।