लुधियाना के नए पुलिस कमिश्नर IPS स्वपन शर्मा मीडिया को जानकारी देते हुए।
लुधियाना के नए पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने अपराध पर लगाम लगाने और अफसरों की कार्यशैली पर लगाम लगाने के लिए नई रणनीति तैयार की है। कमिश्नर खुद पुलिस चौकी इंचार्ज से लेकर एडीसीपी तक की कार्यशैली पर नजर रखेंगे।
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हर 10 दिन में इन अफसरों की कार्यशैली की रिपोर्ट चेक की जाएगी। जिस अफसर की कार्यशैली में खामियां होंगी, उसे पहले चेतावनी दी जाएगी, लेकिन फिर भी सुधार नहीं हुआ तो बिना देरी किए उसका तबादला कर दिया जाएगा। अफसरों को अब बाकायदा टारगेट दिए जाएंगे।
सीपी स्वपन ने कहा- अफसरों के लिए परफॉरमेंस चार्ट तैयार किया
पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारी 5 प्राथमिकताएं थीं, जिनमें नशे के खिलाफ जंग, ट्रैफिक व्यवस्था, पुलिसिंग व्यवस्था में सुधार, छोटे-मोटे अपराधों और बड़े अपराधों को खत्म करना शामिल था।
इन सभी का परफॉरमेंस चार्ट तैयार कर लिया गया है। अब एडीसीपी से लेकर चौकी इंचार्ज तक सभी फील्ड अफसरों की पोस्टिंग परफॉरमेंस चार्ट के आधार पर चेक की जाएगी।
चार्ट में बनाए 10 क्राइटेरिया
परफॉर्मेंस चार्ट में 10 क्राइटेरिया बनाए है। 10 दिन बाद मैं रिव्यू मीटिंग लिया करुंगा। इन अधिकारियों को टारगेट दिए जाएंगे जैसे-कितनी केस प्रापर्टी लोगों को दी, कितने नशा तस्कर पकड़े, कितने लोगों की शिकायतों को सुना गया, कितनी FIR दर्ज की गई, एनडीपीएस की प्रापर्टी कितनी अटैच की, CASO आप्रेशन कितने इलाके में किए, कितने नशेडिय़ों को नशा मुक्ति केन्द्रों में पहुंचाया।
पुलिस इन 6 प्रोटोकॉल पर करती है काम
पुलिस के 6 सिक्योरिटी प्रोटोकाल होते है जिनमें -ड्रग हाट-स्पाट,छुटपुट अपराध, रेड लाइट एरिया,सिटी सीलिंग प्वाइंट,शाम की पेट्रोलिंग और स्पेशल सिक्योरिटी प्रोटोकाल होता है। जो की संवेदनशील और शकी इलाकों में हर समय पेट्रोलिंग करते है। इन 6 प्रोटोकाल को रिव्यू किया जा रहा है। डीसीपी लेवल के अधिकारियों को इन कार्यों की जिम्मेवारी सौंपी गई है।
कोई बड़ी वारदात होने पर इन्हीं अधिकारियों ने मौके पर पहुंचे तय करना है कि कहां कौन से गाड़ी और फोर्स भेजनी है। करीब 10 दिन में यह भी 6 प्रोटोकाल लागू कर दिए जाएंगे। कुछ ही दिनों में माक ड्रिल भी शुरू हो जाएगी।
CP स्वपन शर्मा ने कहा कि जो भी व्यक्ति उनसे मिलने आ रहा है उनसे पूछा जाएगा कि वह उनसे या डीसीपी से मिलने क्यों आ रहे है क्या उनकी थाना में सुनवाई नहीं हुई। यदि दूसरी बार आ रहा है तो एसीपी लेवल के अधिकारियों का भी एनालाइज किया जाएगा।