आल इंडिया महिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान अलका लांबा।
पंजाब के लुधियाना में आज आल इंडिया महिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान अलका लांबा पहुंच रही है। अलका लांबा आज आम आदमी पार्टी के लीडरशिप पर निशाना साधेगी। फिरोजपुर रोड स्थित संधू टावर नजदीक बने कांग्रेस के चुनाव दफ्तर में वह पत्रकारों को संबोधित करेंगी। उन
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कौन है अलका लांबा
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी सीट से कांग्रेस ने अलका लांबा को आतिशी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा था। अलका लांबा 2015 में आप के टिकट पर चांदनी चौक से विधायक बनीं थीं, लेकिन आम आदमी पार्टी नेतृत्व से मतभेद के बाद 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गईं।
उन्हें 2020 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार प्रहलाद सिंह साहनी ने यह सीट जीती थी। इस चुनाव में अलका लांबा तीसरे स्थान पर रहीं। अब लांबा अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं।
अलका लांबा 2015 में आप के टिकट पर चांदनी चौक से निर्वाचित हुईं थींं। उन्होंने 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए भाजपा उम्मीदवार सुमन गुप्ता को 18 हजार से अधिक मतों से हराया था।
दिल्ली विधान सभा चुनाव में अलका लांबा को कांग्रेस ने कालकाजी सीट पर टिकट दिया। यहां वह पूर्व सीएम आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ी थी। लेकिन अलका लांबा को मात्र 4392 वोट ही मिलें जबकि अतिशी को 52,154 और भाजपा उम्मीदवार रामेश बिधूड़ी को 48,633 वोट हासिल हुए।
छात्र राजनीति से शुरुआत
अलका लांबा ने छात्र नेता के तौर पर राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के अध्यक्ष के रूप में भी चुनी जा चुकी है। 2002 में, अलका को अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के महासचिव भी नियुक्त किया जा चुका हैं।
वह 2006 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बन गईं। उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किया और 2013 दिसंबर में अलका लांबा ने कांग्रेस छोड़ अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को चुना था।