Monday, May 5, 2025
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लुधियाना में उप राष्ट्रपति धनखड़ का दौरा रद्द: CM बोले-पंजाब जैसी उपजाऊ धरती कही नहीं, राज्यपाल ने कहा-भगवंत के चुटकलों ने समझाए असल मुद्दे – Ludhiana News


PAU में आयोजित इंटरनेशनल कान्फ्रेंस में पहुंच दीप प्रज्जवलित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान उनके साथ राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया।

लुधियाना में आज (मंगलवार को) उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का दौरा रद्द हो गया है। उप राष्ट्रपति को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ आना था, लेकिन घने कोहरे के कारण हलवारा एयरपोर्ट पर उप-राष्ट्रपति का विमान लैंड नह

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PAU में आयोजित इंटरनेशनल कान्फ्रेंस में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया शामिल हुए। CM मान और राज्यपाल कटारिया कान्फ्रेंस को संबोधित किया। जिसमें 400 से अधिक कृषि विशेषज्ञ पहुंचे। PAU के वाइस चांसल सतबीर सिंह गोसल ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को सम्मानित किया। CM मान ने दीप प्रज्ज्वलित कर कान्फ्रेंस की शुरुआत करवाई।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान संबोधित करते हुए।

CM भगवंत मान बोले…

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब फूड बॉल है। 180 मीट्रिक टन चावल और 120 मीट्रिक टन गेंहू केन्द्र में हम भेजते है। देश में हरित कांति लाने के लिए पंजाबियों ने बहुत मेहनत की है। चावल उगाने के लिए पंजाब के पानी का स्तर काफी नीचे चला गया फिर भी पंजाबी देश के लिए खड़े है।

पंजाबी जिस भी देश में चले जाए वह कामयाब हो जाता है। पंजाबी खेती और ट्रक चलाने के काम ज्यादा करते है। आज जो इंटरनेशनल डेलीगेट यहां आए है। वह खुद देख सकते है कि पंजाबी किस तरह मेहनत करते है। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि मैंने पूरी दुनिया घूमी है, लेकिन पंजाब जैसी उपजाऊ धरती कहीं नहीं मिल सकती। दुनिया भर में ऐसी कोई धरती नहीं जो इतनी अधिक फसल पैदा करती हो। क्लाइमेट अब बदल रहा है इसलिए उसी के मुताबिक ही काम करना होगा। आज उप-राष्ट्रपति ने आना था लेकिन मौसम में इतना अधिक बदलाव हुआ कि उनका विमान यहां नहीं उतर पाया। आज जो डेलीगेशन आए है उनके साथ मिलकर हमारे वैज्ञानिक खास चीजे सीखेंगे। एक ही फसल को बोने के 4 तरीके आ चुके है।

भारत एक अंगूठी है, जिसका नग पंजाब है- मान

किसानों के लिए कृषि मेले इसलिए लगाए जाते है। ताकि वह फसलों पर करने वाली स्प्रे के बारे पुख्ता जानकारियां हासिल कर सके। पंजाब में 8 पेस्टिसाइड्स बैन की है। अभी तक मोनोक्रोटोफॉस स्प्रे चली जा रही है। अधिकारियों से पूछा तो कह रहे है कि पिछले रिकार्ड का माल पड़ा है। हालात बद से बदतर कृषि के हो रहे है।

पराली जलाने वालों को जागरूक करते है कि पराली न जलाए। लेकिन किसान यह बात नहीं समझ रहे कि जो पराली वह जला रहे है, सबसे पहले जहरीला धुआं उनके अपने गांव से होकर जा रहा है। मान ने कहा कि हमें उन फसलों की बुआई करनी चाहिए, जिसमें पानी का बहुत कम इस्तेमाल होता हो। यदि हमने जल की तरफ ध्यान ना दिया तो आने वाले समय में धरती का सिर्फ नाम रह जाएगा, लेकिन पानी नहीं मिलेगा।

मान ने कहा कि पहले अंग्रेज काले पानी की सजा देते थे, लेकिन अब पानियों को गंदा करके हम खुद काले पानी की सजा भुगत रहे है। कुदरत ने हमें हर तरह का मौसम दिया है, हमें उसका सही इस्तेमाल करना चाहिए। मान ने कहा कि भविष्य में आने वाली दिक्कतों का समाधान समय रहते करना चाहिए। मान ने कहा कि भारत एक अंगूठी है, जिसका नग पंजाब है। इसलिए पंजाब के नग को फीका नहीं पड़ने देना।

राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया संबोधित करते हुए।

राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया संबोधित करते हुए।

पराली जलाने पर अकेले किसानों पर कानूनी डंडा न चले- राज्यपाल

राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, भोजन सुरक्षा और ऊर्जा संरक्षण को लेकर आज देश और विदेश के माहिर यहां पहुंचे है। उनका हम स्वागत करते है। आज वास्तव में उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आना था। करीब 1 घंटे तक उनका विमान आसमान में घूमता रहा, लेकिन जलवायु ठीक न होने के कारण वह लैंड नहीं कर पाए।

अमृतसर में लैड़िंग की भी कोशिश की, लेकिन वहां भी हालात सही नहीं थे। इस कारण उनका दौरा आज रद्द हुआ है। जलवायु पर ध्यान देना कितना जरूरी है। यह आज सभी को पता चल गया है। CM भगवंत सिंह मान के चुटकलों ने लोगों को असल मुद्दों के साथ जोड़ा है। आज जरूरत है जलवायु को ठीक करने की।

इंसान ने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की- कटारिया

देश में सबसे बड़ी चुनौती ही जलवायु परिवर्तन है। जलवायु परिवर्तन को खराब करने में हमारा ही दोष है। इंसान ने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की है। ओजोन परत में छेद हो चुका है। जलवायु परिवर्तन का असर अकेले भारत में नहीं बल्कि पूरे विश्व में दिख रहा है। राज्यपाल कटारिया ने कहा कि 4 दिन की जो चर्चा PAU में हो रही है उसका क्या निष्कर्ष निकला, उसकी कापियां जरूर उन्हें और CM मान को भेजी जाए ताकि इन चर्चा को लोगों तक पहुंचाया जा सके।

कटारिया ने कहा कि पंजाब भारत ही नहीं बल्कि विश्व को अनाज निर्यात कर रहा है। ये गर्व की बात है। जलवायु के मुताबिक फसलों के पैटर्न को भी माहिरों के मुताबिक बदलना पड़ेगा। ऐसी फसलों की जरूरत है जिसमें पानी की लागत कम हो। किसानों को उन फसलों को उगाना चाहिए जिससे प्रति एकड़ उन्हें अधिक लाभ मिले।

मछली और मधुमक्खी पालन पर दे ध्यान

भोजन सुरक्षा जलवायु से संबंधित है। मछली पालन, मधुमक्खी पालन और पशु पालन पर भी किसानों को ध्यान देना चाहिए। सोलर की दृष्टि में भारत नंबर 1 पर है। इंडस्ट्री का वेस्ट गंदा पानी राजस्थान तक वार कर रहा है। हालात इतने बुरे है कि ट्रेन का नाम ही कैंसर ट्रेन रखना पड़ा है। यदि किसी ने कोई फैक्ट्री लगानी है, तो ट्रिटमैंट प्लांट जरूर लगाए। हवा हमारा गुरु है, पानी हमारा पिता और धरती हमारी मां। हमें इन तीनों की रक्षा करनी पड़ेगी।

पहले मई और जून तक बिजारोपण होता था, लेकिन अब जुलाई और अगस्त तक बिजारोपण हो रहा है। इस कारण भी बिजाई में दिक्कत आ रही है। पराली का सही इस्तेमाल करना जरूरी है। किसानों पर सिर्फ कानून डंडा चलाना सही नहीं है। सरकारों को ध्यान देना चाहिए कि किसानों के साथ मिल कर पराली का समाधान किया जा सके। आज दिल्ली वाले कहते है कि पंजाब से पॉल्यूशन आता है लेकिन अकेला पंजाब इसके लिए जिम्मेदार नहीं है।



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