बेरूत7 मिनट पहले
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हिजबुल्लाह के टॉप लीडर शेख मोहम्मद अली हमादी।
लेबनान में हिजबुल्लाह के एक टॉप लीडर शेख मुहम्मद अली हमादी की मंगलवार को हत्या कर दी गई। द जेरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक बेका वैली में स्थित अपने घर के बाहर वह खड़ा था, तभी दो गाड़ियों में आए आतंकियों ने उसपर हमला कर दिया।
इस हमले में हमादी को कई गोलियां लगीं। इसके बाद उसे पास के हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच पाई। अज्ञात हमलावर गोलीबारी के बाद फरार हो गए, स्थानीय प्रशासन घटना की जांच कर रही है।
अभी तक हमादी की हत्या की वजह का पता नहीं चला है। न ही अभी तक किसी ने इसकी जिम्मेदारी ली है। लेबनान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह हत्या पॉलिटिकल नहीं है ,बल्कि चार साल पुराना पारिवारिक विवाद इसकी वजह हो सकती है। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में इस हत्या के पीछे इजराइल का हाथ भी बताया जा रहा है।
सीजफायर डील खत्म होने से पहले हुई हत्या हमादी की हत्या के बाद लेबनानी सुरक्षाबल इसकी जांच में जुट गए हैं। वहीं, हिजबुल्लाह ने अब तक हत्या के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
यह हत्या ऐसे वक्त में हुई है, जब हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच लेबनान में सीजफायर की समयसीमा खत्म होने वाली है। इजराइल-हिजबुल्लाह के बीच 27 नवंबर को 60 दिन की सीजफायर डील हुई थी। यह डील 25 जनवरी 2025 को खत्म हो रही है। इस सीजफायर को और आगे बढ़ाने के लिए बातें चल रही हैं।
FBI की वॉन्टेड लिस्ट में था हमादी FBI को लंबे समय से हमादी की तलाश थी। वह 1985 में वेस्ट जर्मन प्लेन को हाइजैक करने के मामले में वॉन्टेड था। फिलिस्तीन लिबरेशन आर्मी (PLA) के चार आतंकियों ने 13 अक्टूबर 1985 को, वेस्ट जर्मनी से उड़ान भरने वाले अमेरिकी ‘TWA फ्लाइट 847’ को हाईजैक कर लिया था। इस विमान में 148 यात्री और क्रू मेंबर्स थे।
TWA फ्लाइट 847 के हाइजैक के बाद विमान के दरवाजे पर खड़ा आतंकी।
इस प्लेन को ग्रीस में हाइजैक किया गया था और फिर लेबनान के बेरूत में उतारा गया। इस दौरान आतंकियों ने अमेरिका और बाकी देशों के नागरिकों को बंधक बना लिया था। वे इजराइल की कैद से फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने की मांग कर रहे थे।
आतंकियों ने इस दौरान अमेरिकी नेवी के एक अधिकारी की हत्या कर दी थी और उसे प्लेन से नीचे फेंक दिया था। इसे दुनिया का सबसे लंबे विमान हाइजैक माना जाता है। यह 17 दिनों तक चला था।