लॉरेंस का दोस्त गैंगस्टर मयंक सिंह यूरोप से अरेस्ट अब झारखंड लाने की तैयारी
झारखंड पुलिस का मोस्ट वांटेड अपराधी और इंटरनेशनल गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई का दोस्त मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा अरेस्ट कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी पूर्वी यूरोप और एशिया के बीच बसे देश अरबेजान से हुई है। हालांकि इस बात की पुष्टि झारखंड पुलिस ने नहीं की
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मीडिया में आई खबरों के मुताबिक एक केस में फरार रहने की वजह से झारखंड पुलिस ने उसका पासपोर्ट जब्त कर लिया था। इसके बाद केस की जांच कर रही एटीएस मयंक सिंह के राजस्थान स्थित घर जा कर नोटिस चिपकाया था।
इसी मामले में सीबीआई के माध्यम से इंटरपोल के पास मयंक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का प्रस्ताव भेजा था। जिसके बाद से उसकी गिरफ्तारी अजरबैजान से हो सकी है। फिलहाल वह इंटरपोल के कब्जे में है। उसे प्रत्यर्पण संधि के तहत झारखंड लाने की तैयारी की जा रही है।
जिस मामले में मयंक सिंह का पासपोर्ट जब्त किया गया है, उसी मामले में झारखंड पुलिस राजस्थान जा कर उसके घर पर नोटिस चिपकाई थी।
कौन है मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा
मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा को इंटरनेशनल गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई का बचपन का दोस्त कहा जाता है। अपराध की दुनिया में लॉरेंस और मयंक ने एक साथ कदम रखा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पिछले 2 साल से वह मलेशिया में बैठकर लॉरेंस के कहने पर झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के साथ काम कर रहा था। अमन और लॉरेंस बिश्नोई के बीच की अहम कड़ी मयंक सिंह ही है। मयंक राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के नई मंडी थाना के जीडीए पुरानी मंडी घड़ासान का रहने वाला है।
FB पर मयंक ने लिखा- मैं आज भी आजाद
इधर, मीडिया में गिरफ्तारी की खबर आने के बाद उसने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट कर बताया है कि मैं आज भी आजाद हूं और रहूंगा। कुछ माध्यमों से पता चला कि सुनील कुमार मीणा और मयंक सिंह को एक समझा और बोला जा रहा है। जो सही नहीं है। सुनील मीणा सिर्फ मेरा मित्र है। मयंक सिंह ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा है कि उसके प्रिय मित्र सुनील कुमार मीणा को अजरबैजान के एक होटल में 28 अक्टूबर की अहले सुबह वीजा एक्सपायर होने पर होने व दो घंटे देरी से रिन्यू होने के बाद वीजा चेकिंग ऑफिसर द्वारा डिटेन किया गया था। वो अभी अजरबैजान के डिटेंशन सेंटर में है।
मयंक सिंह को अमन साहु और लॉरेंस विश्नोई के बीच की कड़ी माना जाता है।
उसने आगे लिखा है- उम्मीद है कि जल्द ही मेरे मित्र सुनील मीणा को झारखंड (इंडिया) लाया जाएगा। झारखंड पुलिस के अनुसार, सुनील मीणा ही मयंक सिंह है। वह मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है। उसके राजस्थान स्थित घर पर भी जाकर झारखंड पुलिस ने पूर्व में इश्तेहार चिपकाया है। हालांकि, सुनील कुमार मीणा के अजरबैजान में पकड़े जाने के मामले में झारखंड पुलिस का कोई भी अधिकारी कुछ नहीं बोल रहा है। पुलिस ने भी मयंक सिंह के पोस्ट पर कुछ भी बोलने से इनकार किया है।
झारखंड में मयंक के खिलाफ 43 गंभीर मामले
मयंक सिंह के खिलाफ न केवल रांची बल्कि चतरा, लातेहार, गिरिडीह, हजारीबाग, रामगढ़, पलामू सहित अन्य जिलों में करीब 43 मामले दर्ज हो चुके हैं। चाहे लातेहार में रंगदारी को लेकर फायरिंग कराने की बात हो, धमकी देना हो या फिर रंगदारी मांगने का मामला, सब में मयंक का नाम सामने आया है।
राजधानी रांची के तीन थाने में भी मयंक के खिलाफ मामला दर्ज है। 02 सितंबर को कांग्रेस नेता ईश्वर आनंद कुमार ने पुंदाग ओपी में मयंक सिंह के खिलाफ एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने को लेकर मामला दर्ज कराया है। वहीं 07 अक्तूबर को एक मामला गोंदा थाने में दर्ज हुआ है।
जिसमें कांके रोड के कुछ बड़े व्यवसायियों से मयंक सिंह के नाम पर फोन कर रंगदारी मांगने की बात सामने आई थी। इसके अतिरिक्त अरगोड़ा थाने में एक जमीन कारोबारी से अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह के नाम पर पांच करोड़ रुपए मांगने को लेकर मामला दर्ज हुआ है।
झारखंड में मयंक सिंह के खिलाफ 43 मामले दर्ज हो चुके हैं।
झारखंड पुलिस का कैसे बना मोस्ट वांटेड
झारखंड के कुख्यात अपराधी अमन साहु का लॉरेंस विश्नोई के साथ संपर्क की बात एनआईए की जांच से सामने आया था। मयंक सिंह को इन दोनों के बीच की कड़ी माना जाता है। इंटरनेट कॉल के जरिए कारोबारियों को धमकी देना मयंक सिंह का प्रमुख काम है। झारखंड के लिए वह यह काम अमन साहु के लिए करता है।
एक मामले में पूछताछ के दौरान अमन साहू ने बालूमाथ पुलिस के समक्ष चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया था कि देशभर में सुर्खियां बटोरने वाले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से उसका संबंध है। बिश्नोई से वह सोशल मीडिया के जरिए बातचीत करता है। बिश्नोई से उसका संपर्क जेल में रहने के दौरान अन्य कैदियों के माध्यम से हुआ था। अमन साहु और लॉरेंस विश्नोई के बीच की कड़ी बनने की वजह से ही मयंक झारखंड पुलिस का मोस्ट वांटेड है।
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विभिन्न मामलों की जांच कर रही एनआईए ने पाया कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का अमन साहू के साथ संपर्क है। वह यहां अमन के साथ मिलकर गैंग चला रहा है।
हालांकि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और कुख्यात अपराधी अमन साहू दोनों जेल में बंद हैं। इसके बाद भी ये एक-दूसरे के संपर्क में कैसे आए, इसका खुलासा अभी नहीं हो सका है। एनआईए इसकी भी जांच कर रही है। एनआईए इस बात को पता करने में जुटी है कि दोनों अपराधियों के बीच संपर्क कराने वाला सूत्रधार कौन है। यहां पढ़ें पूरी खबर