दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं।
लोदना बाजार में ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा के दौरान विश्व हिंदू परिषद और ईसाई समुदाय के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक और नारेबाजी हुई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने दोनों पक्षों को थाना परिसर से बाहर कर दिया
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पुलिस ने रंजीत, अजीत और विक्की को हिरासत में लिया है। विश्व हिंदू परिषद के उमाशंकर तिवारी, सोनू गिरी, लल्लू झा, धर्मेन्द्र सरोज और अमित कुमार ने थाने पहुंचकर धर्मांतरण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
लोग स्वेच्छा से धर्म अपना रहे: बबली देवी
ईसाई धर्म से जुड़ी बबली देवी का कहना है कि उनके घर में केवल प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा था। उन्होंने धर्मांतरण के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि लोग स्वेच्छा से धर्म अपना रहे हैं।
दूसरी ओर, दिलीप साव ने आरोप लगाया कि उनके छोटे भाई विनोद साव और भाभी बबली देवी लोगों को ईसाई धर्म अपनाने का प्रलोभन दे रहे थे। विरोध करने पर उन्होंने घर में ताला लगाकर जान से मारने की धमकी दी। बबली देवी का कहना है कि यह पारिवारिक संपत्ति विवाद को धर्मांतरण का रूप दिया जा रहा है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं।