मालाखेड़ी क्षेत्र में घर, मस्जिद और मदसरे की लाइट चालू रही।
वक्फ कानून में संशोधन के विरोध में प्रदेशभर में मुस्लिम समाज ने बुधवार रात सांकेतिक विरोध किया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड तहफ्फुज-ए-औकाफ की अपील पर रात 9 से 9:30 बजे तक घरों और दुकानों की लाइटें बंद रखने की बात कही गई थी। हालांकि, नर्मदापुरम
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ईदगाह, बालागंज, जुमेराती इलाकों में सामान्य रही बिजली
शहर के मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र जैसे ईदगाह डबल फाटक, बालागंज, बड़ी बजरिया, जुमेराती और मालाखेड़ी मस्जिद मोहल्ले में सामूहिक रूप से लाइटें बंद नहीं की गईं। अधिकतर घरों और दुकानों में सामान्य रूप से बिजली चलती रही। केवल बालागंज जैसे कुछ इलाकों में कुछ लोगों ने व्यक्तिगत स्तर पर घर की लाइटें बुझाकर विरोध जताया।
लोगों को नहीं मिली विरोध की जानकारी
जब कुछ लोगों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें विरोध प्रदर्शन की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें समय रहते जानकारी मिलती, तो वे भी इस विरोध में शामिल होते।
सांकेतिक विरोध के दौरान कई घरों की लाइट चालू रही।
सांकेतिक विरोध की अपील की गई थी
बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तहफ्फुज-ए-औकाफ इकाई ने प्रदेशभर में वक्फ संशोधन एक्ट के खिलाफ विरोध जताने के लिए मुस्लिम समाज से अपील की थी कि वे रात 9 बजे से 9:30 बजे तक अपने घरों और दुकानों की लाइटें बंद रखें। कई शहरों में इसका असर देखा गया, लेकिन नर्मदापुरम में इसका समर्थन कमजोर रहा।

घरों के साथ कई दुकानों की लाइट भी चालू रही।