कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि वनोपज को बढ़ावा देने में सेंट्रल प्रोसेसिंग एंड रिसर्च सेंटर मील का पत्थर साबित होगा। वनोपज को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार हर तरह की मदद करने को तैयार है। वनोपज को बेहतर पैकेजिंग कर बेचने की जरूरत है। सिम
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केंदू पत्ता, महुआ, चिरौंजी, कुसुम, करंज, आम, कटहल सहित कई तरह के औषधीय पौधे जंगलों में मिलते हैं। ग्रामीण इसे बेचकर अपना जीवन चला रहे हैं, लेकिन बदलते हुए समय में ऐसे वनोपज को आधुनिकता के सांचे ढलना जरूरी है। प्रोसेसिंग यूनिट इसमें मददगार साबित हो सकता है। खासकर महिला समूह वनोपज को अपने रोजगार और व्यापार का हिस्सा बना कर सफल उद्यमी की रेस में शामिल हो सकती हैं। राज्य सरकार का उद्देश्य वनोपज को तेजी से बढ़ावा देना, उसके लिए बाजार उपलब्ध कराना है। यहां इमली से लेकर आंवला तक के लिए प्रसंस्करण इकाई की स्थापित की गई है। वनोपज से जुड़े ग्रामीणों को प्रोसेसिंग यूनिट के महत्व को समझते हुए इसका लाभ उठाने की जरूरत है।