निगम के संभागीय प्रबंधक अमित पटौदी ने इस कार्रवाई का कारण बजट की कमी बताया है।
मध्य प्रदेश राज्य वन विकास निगम के उमरिया परियोजना मंडल में बड़ा संकट खड़ा हो गया है। निगम ने बजट की कमी का हवाला देकर 60 से अधिक सुरक्षा श्रमिकों को नौकरी से निकाल दिया है। यह आदेश 1 अप्रैल से लागू कर दिया गया है।
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उमरिया परियोजना मंडल में 31,800 हेक्टेयर का विशाल जंगल क्षेत्र है। इसमें 5 परियोजना परिक्षेत्र और 28 बीट आते हैं। इन क्षेत्रों की सुरक्षा पहले से ही चुनौतीपूर्ण थी। यहां 30 से अधिक पद पहले से खाली चल रहे थे। अब सुरक्षा श्रमिकों की छंटनी से स्थिति और गंभीर हो गई है।
निगम ने श्रमिकों को वाट्सएप पर एक पत्र भेजकर नौकरी से अलग करने की जानकारी दी। एक सुरक्षा श्रमिक संजय ने बताया कि इसी नौकरी से उनके परिवार का भरण-पोषण होता था। अब वे नई नौकरी की तलाश में हैं।
गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। इस दौरान जंगलों में आग लगने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। सुरक्षा श्रमिकों की छंटनी से जंगल की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
निगम के संभागीय प्रबंधक अमित पटौदी ने इस कार्रवाई का कारण बजट की कमी बताया है। यह स्थिति तब है जब मध्य प्रदेश सरकार रोजगार सृजन के लिए कई योजनाएं चला रही है। वन विभाग में वन रक्षक और उप वन क्षेत्रपाल के पद पहले से ही रिक्त चल रहे हैं।