सर्वे करती एसडीएम अर्चना रावत शर्मा और वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी।
भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क के 100 मीटर के दायरे को ईको सेंसेटिव जोन घोषित कर दिया गया है। जानवरों की सुरक्षा के लिए सरकार ने यह बड़ा कदम उठाया। सर्वे में कोई आपत्ति भी नहीं आई।
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अफसरों के अनुसार, पिछले 15 दिन में राजस्व विभाग और वन विभाग की एक संयुक्त समिति ने वन विहार की सीमा का सीमांकन किया। इस प्रक्रिया के दौरान, स्थानीय निवासियों से कोई आपत्ति प्राप्त नहीं हुई है।
आसपास के गांवों का भी सीमांकन अधिकारियों ने बताया कि यह कदम वन्य प्राणियों को सुरक्षित रखने और समाज के सभी लोगों को शांतिपूर्ण ढंग से अपना काम करने देने के सरकार के लक्ष्य के अनुरूप है। इस क्षेत्र में आने वाले तीन गांव- प्रेमपुरा, आमखेड़ा और धरमपुरा का सीमांकन किया गया। धरमपुरा में जलभराव के कारण सांकेतिक सीमांकन किया गया है, जबकि अन्य क्षेत्रों में पूरी प्रक्रिया का पालन करते हुए सीमांकन किया गया है। सरकार का यह निर्णय वन विहार के वन्यजीवों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और आसपास के क्षेत्रों में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में मदद करेगा।
दुकानें 100 मीटर से बाहर इधर, बोट क्लब वाले गेट के पास इको सेंसेटिव जोन के दायरे में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय का कुछ हिस्सा आ रहा है। हालांकि यह पूरा हिस्सा खाली पड़ा है और कोई निर्माण नहीं है। उन्होंने बताया कि, इस बोट क्लब रोड पर कोई दुकानें नहीं आ रही है। वहां जो होटल और दुकानें बनी है, वह 100 मीटर के दायरे से बाहर है। एसडीएम शर्मा ने बताया कि इको सेंसेटिव जोन के सीमाओं पर बोर्ड भी लगा दिए गए हैं।