Thursday, April 17, 2025
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वाराणसी गैंगरेप, बैंडमिंटन खिलाड़ी बनना चाहती थी बिटिया: अब लड़कों को देखकर चीख उठती है; पिता बोले- क्लास के दोस्तों ने धोखा दिया – Varanasi News


‘मेरी बेटी 29 मार्च को अचानक लापता हो गई। दोस्तों, रिश्तेदारी सब जगह ढूंढा। उसके दोस्त दानिश और आयुष को भी फोन किए। 4 अप्रैल की सुबह पुलिस ने मेरी बेटी को घर पहुंचाया। वह बेसुध थी, हालत बिल्कुल ठीक नहीं थी।’

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बेटी के साथ हुई घटना को बयां करते वक्त पिता भावुक हो जाते हैं। खुद को संभालते कहते हैं- आप समझिए, उसको नॉर्मल होने में 48 घंटे लगे। फिर उसने जो कुछ बताया, वह सुनकर हम लोगों का दिल बैठ गया।

मेरी बेटी के साथ 6 दिन में 23 लड़कों ने हैवानियत की, फिर सड़क किनारे फेंक दिया। पुलिस ने पहले हमारी मदद तक नहीं की। फिर मीडिया के दबाव में 7 अप्रैल को FIR दर्ज की। बेटी अब घर के लड़कों को भी देखकर चीख उठती है।

बेटी ने क्लास में पढ़ने वाले दानिश, साजिद, राज खान और आयुष के नाम बताए, जो उसको अपने साथ लेकर गए थे। जिन लड़कों पर उसने भरोसा किया, उन्होंने ने ही धोखा दिया। वह इस वक्त मेंटल ट्रॉमा से गुजर रही है। दैनिक भास्कर ने गैंगरेप पीड़िता के पिता का दर्द समझा। पढ़िए रिपोर्ट…

सबसे पहले पढ़िए, 7 दिनों में क्या-क्या हुआ

पिता ने कहा- वह बैंडमिंटन स्पोर्ट्स में आगे बढ़ना चाहती थी। अब मैं क्या करुं, कुछ समझ नहीं आ रहा है।

29 मार्च. किताब लेने गई बेटी, फिर नहीं लौटी पिता कहते हैं- मैं ड्राइवर हूं। गाड़ी चलाता हूं। हम गरीब लोग हैं। हमारी जिंदगी में इस भूचाल की शुरुआत 29 मार्च की सुबह हुई। बेटी ने कहा कि कुछ किताब खरीदनी है, मैं एक सहेली के साथ बाजार तक जा रही हूं। हम लोगों लगा कि बेटी 4-5 घंटे में घर वापस आ जाएगी। मगर ऐसा हुआ नहीं।

हमने उसका मोबाइल नंबर मिलाया, मगर फोन बंद था। हमने रिश्तेदार, उसके दोस्तों को फोन किए। कुछ पता नहीं चला। हम लोग घबरा गए, लालपुर-पांडेयपुर थाने पहुंचे। बेटी के लापता होने की शिकायत पुलिस को सौंपी। पुलिस ने बेटी का हुलिया पूछा, फिर रिपोर्ट लिख ली। पुलिस ने भरोसा दिया कि हम पता कर रहे हैं, जैसे ही कुछ मालूम होगा, आपको बता देंगे।

30 मार्च. सड़कों पर बेटी को ढूंढते रहे हम लोग फिर से थाने पहुंचे। पुलिस वाले अब ज्यादा बातचीत नहीं कर रहे थे। उन्होंने बताया, अभी कुछ पता नहीं चला है। बेटी की तस्वीर को दूसरे थाने में भेजा गया है। हम लोग निराश हो गए। वाराणसी की सड़कों पर बेटी को ढूंढने लगे। मगर, शाम तक कुछ पता नहीं चला। इधर, घर में मेरी पत्नी की तबीयत बिगड़ने लगी। ऐसे ही 5 दिन परेशान रहे, बिटिया को ढूंढते रहे।

लालपुर थाने में पिता पहुंचे थे। यह विजुअल उसी दौरान का है।

लालपुर थाने में पिता पहुंचे थे। यह विजुअल उसी दौरान का है।

4 अप्रैल. पुलिस नशे की हालत में बेटी को घर लाई पिता ने कहा- दिन बीतने के साथ हमारी चिंता बेटी को लेकर बढ़ती जा रही थी। मेरा ब्लड प्रेशर हाई हो गया था। 4 अप्रैल की सुबह लालपुर थाने से फोन आया कि आप लोग थाने आ जाइए, आपकी बेटी मिल गई है। हम थाने पहुंचे। बेटी को थाने के एक कमरे में बैठा रखा था। वह मुझे देखकर पहचान तक नहीं पाई। महिला पुलिस उसको संभाल रही थीं। वह बहुत नशे में थी। हम लोग ज्यादा कुछ समझ नहीं पाए। पुलिस ने कहा- आप बेटी को घर लेकर जाइए, कार्रवाई हम कर रहे हैं।

फिर हम बेटी को लेकर घर आ गए। उसकी हालत बहुत खराब थी, वो ज्यादातर समय सोती रही। बीच-बीच में दर्द से चिल्लाने लगती थी। उसको अगले 2 दिन तक ऐसे ही संभालते रहे।

6 अप्रैल. बेटी होश में आई, हमें दरिंदगी के बारे में बताया पिता कहते हैं- बेटी ने जो कुछ हमें बताया, उसे सुनकर कलेजा फट गया। उसने बताया कि कैसे उसको क्लास में पढ़ने वाले 4 लड़कों ने नशे की लत लगाई। उसकी जिंदगी को नर्क बना दिया। उसने खुद के अगवा होने, होटल में गुमराह करने से लेकर गैंगरेप की कहानी सुनाई। वह काफी दहशत में थी। यह सब सुनकर परिवार के बाकी लोग रोने लगे।

हमें समझ ही नहीं आया कि किससे बात करें, क्या करें। हम फिर से थाने पहुंचे। जो कुछ बेटी ने बताया था, उसको लिखकर पुलिस को दिया। थाने पर जो इंस्पेक्टर बैठे थे, उन्होंने कहा- हम जांच करके आपको बताते हैं। हमें घर वापस भेज दिया गया।

पुलिस ने 9 आरोपियों को पकड़ा है। उन्हें मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लाया गया।

पुलिस ने 9 आरोपियों को पकड़ा है। उन्हें मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लाया गया।

7 अप्रैल. बेटी सदमे में, परिवार के ही लड़कों को देखकर चीख पड़ती है हमने पूछा- बेटी की अब स्थिति कैसी है? वह बोले- बेटी अभी बेहद नाजुक दौर से गुजर रही है। वह सदमे में है और डरी हुई है। मेरे और बच्चे भी डरे हुए हैं। क्या होगा? कोई नहीं जानता। मगर पूरा परिवार दहशत में जी रहा है। हम लोग बहुत ज्यादा मानसिक तनाव में हैं।

पिता ने कहा- बेटी पढ़ने में बहुत होनहार नहीं थी। लेकिन, उसकी रुचि स्पोर्ट्स में थी। हम उसे खिलाड़ी बनाना चाहते थे और जल्द ही उसका एडमिशन बैडमिंटन एकेडमी में करवाने वाले थे। मगर, दरिंदों ने उसकी लाइफ और करियर दोनों तबाह कर दिया। उसकी गलती क्या थी? सिर्फ इतनी कि अपने साथ पढ़ने वालों पर भरोसा कर बैठी। वो समझ ही नहीं पाई कि इन दरिंदों की मंशा क्या है?

अब पुलिस एक्शन पढ़िए…

23 में 9 आरोपी पकड़े, दिनभर मेडिकल, रात में जेल भेजा युवती से गैंगरेप मामले में पुलिस ने 23 में से नौ आरोपियों को जेल भेज दिया। इन आरोपियों को जेल भेजने का घटनाक्रम मंगलवार को दिनभर नाटकीय रूप से चलता रहा। आरोपियों का मेडिकल कराया गया और फिर रात के अंधेरे में उन्हें कोर्ट में पेश किया गया।

अस्पताल में मेडिकल और जेल में दाखिल से पहले पुलिस आरोपियों को लेकर सड़कों पर घूमती रही। पहले सभी आरोपियों को अस्पताल से पुलिस लाइन लाया गया। यहां घुमाने के बाद पहले जिला जेल ले जाया गया और बाद में कोर्ट में दाखिल किया गया।

स्पेशल जज से अपील के बाद कई थानों की फोर्स लगाकर नौ आरोपियों की पेशी कराई गई। पुलिस उन्हें गेट नंबर-3 से लाकर सीजेएम कोर्ट तक ले गई। पुलिस के आला अफसर हर मूवमेंट का अपडेट लेते रहे।

देर रात कड़ी सुरक्षा में आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जज ने गंभीर अपराध मानते हुए जेल भेज दिया। इन सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।

लड़की को रेप करने के दौरान, जहां-जहां रखा गया। उसकी छानबीन के लिए पुलिस की 3 टीमें बनाई हैं। इनको अलग-अलग टास्क दिए गए हैं…

  • टीम 1. मलदहिया एरिया के हुक्का बार, लंका इलाके के कैफे और होटल हैं। यहां लड़की के साथ रेप किया गया। वहां छानबीन करनी है।
  • टीम 2. लंका, मलदहिया इलाके के CCTV देखना है। लड़की के मूवमेंट के साक्ष्य इकट्‌ठा किए जा रहे हैं।
  • टीम 3. इस केस से जुड़े सभी लोगों के बयान रिकॉर्ड करना है। 12 की पहचान हो चुकी है, बचे हुए 11 आरोपियों की पहचान करना है। मौका-मुआयना और डिजिटल एविडेंस तैयार करना है।

आरोपियों में कारोबारी से लेकर छात्र तक शामिल गैंगरेप के आरोपियों में कारोबारी से लेकर छात्र तक शामिल हैं। आरोपी स्पा संचालक पहले भी जेल जा चुका है। उसके खिलाफ कैंट थाने में 2022 में सेक्स रैकेट चलाने का केस दर्ज हुआ था, पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था।

इसके अलावा अन्य आरोपी अलग-अलग दुकानों पर काम करते हैं, लेकिन सभी आरोपियों का कनेक्शन हुक्का बार से जुड़ा है। इसमें 2 आरोपी एक होटल पर काम करते थे, जहां पार्ट टाइम के लिए युवती का आना-जाना था। यहीं के हुक्का बार में युवती की इनसे दोस्ती हुई।

पुलिस के मुताबिक, अज्ञात आरोपियों को हुक्का बार में बुलाकर युवती को उनके सामने भेजा जाता था। गेस्ट के मसाज करने के बहाने देह व्यापार और अनैतिक संबंध बनाने के लिए भी दबाव बनाया जाता था। कई बार उसे नशा भी दिया गया, जिससे वह विरोध न कर सके।

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यह पढ़ें : वाराणसी गैंगरेप आरोपियों का दिनभर मेडिकल…रात को कोर्ट में पेश, ब्लड-सीमेन की सैंपलिंग लेकर सीधे कोर्ट आए, अपराधियों की मददगार दिखी पुलिस

वाराणसी में युवती से गैंगरेप में किरकिरी के बाद पुलिस ने 23 में से नौ आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिया। इन आरोपियों को जेल भेजने का घटनाक्रम दिनभर नाटकीय रूप से चलता रहा। आरोपियों का दिनभर मेडिकल कराया गया और फिर रात के अंधेरे में उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। पढ़िए पूरी खबर…



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