वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर सोमवार की रात हमलावरों ने युवक का नाम और धर्म पूछने के बाद जमकर पीटा। उससे बार-बार मुस्लिम कहलवाकर रॉड से पीटते रहे। घाट से खींचकर गंगा सेवा निधि के कमरे में ले गए और वहां बर्बरता पूर्वक पिटाई की।
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युवक के धर्म पर टिप्पणी करते हुए दो घंटे तक बंधक बनाए रखा और लाठी-डंडों से लहूलुहान कर दिया। पिटाई से बेहोश हुए युवक को बाहर फेंककर हमलावर फरार हो गए। युवक को होश आया तो किसी तरह घर तक पहुंचा, फिर परिजनों को घटना की जानकारी दी।
परिजन और पड़ोसी उसे लेकर दशाश्वमेध थाने पर पहुंचे और पुलिस को पूरी घटना बताई। युवक को कबीरचौरा अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। परिजनों ने शहर मुफ्ती मौलाना बातिन को भी घटना की जानकारी दी। वहीं, दशाश्वमेध थाने समेत पुलिस अफसर पूरे मामले की सच्चाई पर पर्दा डालती नजर आई।
कबीरचौरा अस्पताल में घायल युवक रेहान खान।
शहर के चौरहट पुरानी बस्ती पड़ाव निवासी रेहान पुत्र मो. सलीम (18) सोमवार की शाम घूमते हुए गंगाघाट की ओर पहुंच गया। दशाश्वमेध घाट पर आरती समापन हुआ तो रौनक देखकर वह सीढ़ियों पर बैठ गया। उसे एक युवक ने पहचान लिया और फिर आकर कुछ लोगों ने उसका नाम पूछा। मोहम्मद रेहान नाम बताते ही उसके धर्म का नाम लेकर उसके घाट पर आने की वजह पूछते हुए पीटना शुरू कर दिया।
धार्मिक भेदभाव (नाम और धर्म पूछकर) मुस्लिम हो…मुस्लिम हो… कहते हुए युवक रेहान पर लात-घूसे बरसा दिए, फिर उसे खींचकर सीढ़ियों के ऊपर ले गए। हमलावर युवकों की संख्या 8-10 थी और सभी हाथों में रॉड, लाठी और डंडे लिए थे। सभी ने उसे गंगा सेवा निधि आरती के कार्यालय में बंद किया और वहां बंधक बनाकर पीटा।
लगभग डेढ़-दो घंटे तक हमलावर उसे पीटते रहे और पिटाई से बार बार बेहोश हो जा रहा था। जब भी वह कुछ बताने की कोशिश करता मुस्लिम धर्म का नाम लेकर बेरहमी से पीटने लगते। मारने पीटने के बाद जब वह लहूलुहान और बेहोश हो गया तो उसे बाहर सीढ़ियों पर फेंक दिया।
कुछ देर बाद होश में आने के बाद किसी तरह पुरानी बस्ती पड़ाव पर पहुंचा और परिजनों को पूरी बात बताई। युवक के शरीर पर लाठी और रॉड से पिटाई के चोटों के निशान थे। इसके बाद परिजन उसे थाने और फिर अस्पताल ले गए। पुलिस को लिखित तहरीर दी लेकिन दशाश्वमेध पुलिस मामले को मामूली विवाद बताकर पर्दा डालने में जुटी है।