देवास रोड पर डेवलप की गई विक्रम उद्योगपुरी का विस्तार होने के साथ में अब 12 नए उद्योग स्थापित होंगे। इसके लिए एमपीआईडीसी ने कंपनियों को करीब 61.7911 हेक्टेयर जमीन का आवंटन कर दिया है। इनमें फार्मा से लेकर केंडी, किड्स एंड टॉयज आइटम व आलू चिप्स आदि उत
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विक्रम उद्योगपुरी का विस्तार होने और नए उद्योग स्थापित होने से शहर में औद्योगिक के साथ में व्यवसायिक गतिविधियां तो बढ़ेंगी ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उद्योगों में कार्य करने वालों की आवश्यकता व रोजमर्रा की सामग्री की खरीदी-बिक्री बढ़ने से शहर में आर्थिक ग्रोथ भी होगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप एमपीआईडीसी विक्रम उद्योगपुरी का विस्तार 473 हेक्टेयर में कर रहा है। इससे और नए उद्योग तो स्थापित होंगे ही उद्योगपुरी के आसपास में आवासीय के साथ में व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ेगी। इसमें होटल, स्थानीय मार्केट, स्कूल-कॉलेज, रेस्टोरेंट, शॉपिंग सेंटर तथा नए उज्जैन के रूप में आवासीय क्षेत्र विकसित हो सकेंगे।
अब उद्योगपुरी में ये नए उद्योग आएंगे उद्योग और इतनी निवेश राशि लगाएंगे 1. मेसर्स सल्कस प्राइवेट लिमिटेड (जुपीटर फार्मा) 300 करोड़ 2. मेसर्स अबन बेवेरेजेस 409 करोड़ 3. मेसर्स अलीशा फूड्स प्रालि 25 करोड़ 4. केआर इंडस्ट्रीज 37.54 करोड़ 5. मेसर्स सिग्नीफाई केआर इंडस्ट्रीज 100 करोड़ 6. मेसर्स मेटेक्नो इंडिया प्रालि 50 करोड़ 7. मेसर्स पायोनियर इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज 51 करोड़ 8. मेसर्स केंडी टॉय कॉर्पोरेट प्रालि 30 करोड़ 9. मेसर्स प्रेम मोटर्स (भारत) प्रालि 50 करोड़ 10. मेसर्स एजी प्रोपेक एलएलपी 12 करोड़ 11. मेसर्स श्रीपति मॉलीक्यूल्स प्रालि 50 करोड़ 12. मेसर्स एएम वुड टॉयज प्रालि 26 करोड़
12 नए उद्योगों से 3500 लोगों को मिलेगा रोजगार ^विक्रम उद्योगपुरी में 12 नए उद्योग आएंगे। इन्हें जमीन का आवंटन कर दिया है। ये उद्योग 1140.54 करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। नए उद्योगों की स्थापना होने से करीब 3505 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। – राजेश राठौर, प्रबंध निदेशक, एमपीआईडीसी