विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की 20 नवंबर से आयोजित होने वाली यूजी (स्नातक) स्तर की प्रथम और द्वितीय वर्ष की पूरक परीक्षा के पहले आरबी (रिटोटलिंग) और आरटी (रिवेल्यूवेशन) के परिणाम परीक्षा के एक दिन पहले तक घोषित नहीं होने के कारण सभी केंद्रों पर सूचना
.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने रात में केंद्र अध्यक्ष एवं प्राचार्य को फोन से सूचना दी है। प्रथम वर्ष पूरक परीक्षा 20 नवंबर को सुबह 8 से 11 बजे की शिफ्ट में आयोजित होगी। पूरक द्वितीय वर्ष की परीक्षा दोपहर 2 से 5 बजे तक आयोजित हो रही है।
विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति वाले यूजी (स्नातक) स्तर की बीए, बीकॉम, बीएससी, बीएचएससी, बीबीए, बीसीए प्रथम और द्वितीय वर्ष की पूरक परीक्षा 20 नवंबर से प्रारंभ की है। परीक्षा के पहले ही दोनों वर्ष सैकड़ों परीक्षार्थियों ने आरबी (रिटोटलिंग) और आरटी (रिवेल्यूवेशन) के आवेदन जमा किए थे।
सुबह परीक्षा, रात तक घोषित नहीं हुआ रिजल्ट
बुधवार से परीक्षा शुरू होना है, लेकिन विवि प्रशासन ने मंगलवार तक परिणाम घोषित नहीं किए। लिहाजा ऐसे विद्यार्थियों ने परीक्षा आवेदन भी जमा नहीं किए थे। आवेदन जमा नहीं होने की स्थिति में विद्यार्थियों को परीक्षा से वंचित होना पड़ रहा था। मंगलवार देर शाम को जब कुलगुरू प्रो. अर्पण भारद्वाज के पास इसकी सूचना पहुंची तो उन्होंने तत्काल निर्देश दिए कि सभी परीक्षा केंद्र पर अंडरटैकिंग लेकर विद्यार्थियों को शामिल किया जाए। जिससे परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित नहीं हो सके। विवि प्रशासन ने रात में ही संबंधित केंद्र के प्राचार्य व केंद्राध्यक्ष को फोन से सूचना दी है।
बिना प्रवेश पत्र वाले भी शामिल होंगे
विक्रम विश्वविद्यालय की 20 नवंबर से यूजी प्रथम व द्वितीय वर्ष की पूरक परीक्षा के एक दिन पहले मंगलवार तक कुछ विद्यार्थियों ने यह भी शिकायत की थी कि एमपी ऑनलाइन के माध्यम से जारी होने वाले परीक्षा प्रवेश पत्र नहीं निकल पा रहे हैं। इसको लेकर भी कुलगुरु प्रो.भारद्वाज ने कहा है कि ऐसे परीक्षार्थी जिनका तकनीकी त्रुटि के कारण प्रवेश पत्र नहीं निकल सका है वे परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पहुंच जाए उन्हें परीक्षा में शामिल किया जाएगा।
पीजी की परीक्षा में भी अंडरटेकिंग देकर विद्यार्थी बैठ सकेंगे
विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा यूजी (स्नातक) अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के विश्वविद्यालय द्वारा बीकॉम व बीएससी के परिणाम घोषित किए गए है। अभी बीए तृतीय वर्ष का परिणाम नहीं आया है। परीक्षा नियंत्रक एमएल जैन ने बताया-
ऐसे सभी विद्यार्थी जिन्होंने पुर्नगणना या पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन किया है वे परीक्षार्थी महाविद्यालय स्तर पर अंडर टेकिंग देकर पीजी (स्नातकोत्त्तर) की प्रथम व तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। ये परीक्षा 22 नवंबर से आयोजित हो रही है। पहला प्रश्रपत्र देने के बाद 5 दिन में संबंधित विद्यार्थी अनिवार्य रूप से परीक्षा आवेदन जमा करा सकेंगे।