कोंडागांव में विश्व मलेरिया दिवस पर जिले के पांचों विकासखंडों में एक साथ जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने मलेरिया को हराने का संकल्प लिया।
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स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को बताया कि मच्छर गंदे और ठहरे हुए पानी में पनपते हैं। कूलर, खुले बर्तन और टंकियों की नियमित सफाई पर जोर दिया गया। कम मलेरिया दर वाले गांवों में जनप्रतिनिधियों द्वारा कीटनाशी मच्छरदानियों का वितरण किया गया।
मलेरिया से बचाव के तरीके बताए
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर. के. सिंह के नेतृत्व में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में कई गतिविधियां आयोजित की गईं। नुक्कड़ नाटक, स्लोगन लेखन, रैली और जनसंवाद के माध्यम से ग्रामीणों को मलेरिया से लड़ने का संदेश दिया गया।
डॉ. लिपि चंद्राकर और जिला सलाहकार इमरान खान ने बताया कि ग्रामीणों की समझ और मितानिनों के प्रयासों से मलेरिया के मामलों में कमी आई है। सिरहा-गुनिया स्कूल के बच्चों ने पोस्टर और गीतों के माध्यम से मलेरिया से बचाव के तरीके बताए।

मलेरिया मुक्त बनाने की दिशा में काम जारी
शासन की योजनाबद्ध रणनीति, स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों के प्रयास और जन जागरूकता से कोंडागांव को मलेरिया मुक्त बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। यह अभियान एक दिन का नहीं, बल्कि निरंतर चलने वाला स्वास्थ्य अभियान है।