भगवान विष्णु इस संसार के पालनहार हैं. गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. वे अपने भक्तों के पाप मिटाते हैं और मोक्ष प्रदान करते हैं. यदि आपको भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करनी है तो आपको गुरुवार के दिन श्री नारायण स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. पाठ करने के लिए आपको सबसे पहले स्नान आदि से निवृत होकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. भगवान विष्णु को पंचामृत, तुलसी के पत्ते, हल्दी, पीले फूल, धूप, दीप, अक्षत्, चंदन आदि अर्पित करें. विष्णु चालीसा और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें. फिर श्री नारायण स्तोत्र का पाठ करें. श्री नारायण स्तोत्र संस्कृत में लिखा है तो पढ़ते समय इसका सही से उच्चारण करें. आइए जानते हैं श्री नारायण स्तोत्र और इसके पाठ से होने वाले लाभ के बारे में.
नारायण स्तोत्र पाठ करने के फायदे
2. जो नारायण स्तोत्र का पाठ करता है, उसके आर्थिक संकट मिटते हैं और मानसिक तनाव दूर होता है.
4. नारायण स्तोत्र पढ़ने से परिवार में सुख, शांति और प्रेम बढ़ता है.
श्री नारायण स्तोत्र
नारायण नारायण जय गोपाल हरे॥
करुणापारावारा वरुणालयगम्भीरा॥
घननीरदसंकाशा कृतकलिकल्मषनाशा॥
पीताम्बरपरिधाना सुरकल्याणनिधाना॥
मंजुलगुंजा गुं भूषा मायामानुषवेषा॥
राधाऽधरमधुरसिका रजनीकरकुलतिलका॥
बर्हिनिवर्हापीडा नटनाटकफणिक्रीडा॥
वारिजभूषाभरणा राजिवरुक्मिणिरमणा॥
जलरुहदलनिभनेत्रा जगदारम्भकसूत्रा॥
अधबकक्षयकंसारेकेशव कृष्ण मुरारे॥
हाटकनिभपीताम्बर अभयंकुरु मेमावर॥
दशरथराजकुमारा दानवमदस्रंहारा॥
शरयूतीरविहारासज्जनऋषिमन्दारा॥
विश्वामित्रमखत्रा विविधपरासुचरित्रा॥
ध्वजवज्रांकुशपादा धरणीसुतस्रहमोदा॥
दशरथवाग्घृतिभारा दण्डकवनसंचारा॥
वालिविनिग्रहशौर्यावरसुग्रीवहितार्या॥
मां मुरलीकर धीवर पालय पालय श्रीधर॥
जलनिधिबन्धनधीरा रावणकण्ठविदारा॥
गौतमपत्नीपूजन करुणाघनावलोकन॥
स्रम्भ्रमसीताहारा साकेतपुरविहारा॥
अचलोद्घृतिद्घृञ्चत्कर भक्तानुग्रहतत्पर॥
भारतियतिवरशंकर नामामृतमखिलान्तर॥
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)