श्री अरविंद सोसायटी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड हिंदी राज्य समिति का दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन में महर्षि अरविंद के दर्शन पर दोनों राज्यों के विद्वानों ने गूढ़ चर्चा की।
श्री अरविंद सोसायटी उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड हिंदी राज्य समिति का दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन में प्राचार्य, साकेत महाविद्यालय प्रो० दानपति तिवारी ने महर्षि अरविंद के जीवन दर्शन पर चर्चा की। कहा कि वेदों का गंभीरतापूर्वक अध्ययन करने के पश्चात ही अरवि
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उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य को श्रेष्ठ बनने के लिए अपने अन्दर मौजूद शक्तियों को पहचानना होगा और मानवता के लिए स्वयं को समर्पित करना होगा। यही भगवान श्रीराम और महर्षि अरविंद ने किया।
महर्षि के मानव से महा मानव बनने की यात्रा की चर्चा की
सत्र के दूसरे वक्ता श्री चरण सिंह केदार खंडी ने महर्षि के मानव से महा मानव बनने की यात्रा की चर्चा की। अध्यक्ष मानवेंद्र प्रताप सिंह ने महर्षि अरविंद के द्वारा दी गई शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता बताई । इस सत्र का संचालन श्री अरविंद सोसायटी अयोध्या केंद्र के यूथ को-आर्डिनेटर डॉ असीम त्रिपाठी ने किया। अरविंद सोसाइटी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड राज्य सम्मेलन के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में अध्यक्ष श्री मानवेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य वक्ता प्रो० दानपति तिवारी, प्राचार्य, साकेत महाविद्यालय एवं विशिष्ट वक्ता डॉ चरण सिंह केदारखंडी का स्वागत प्रोo प्रज्ञा मिश्रा, मीनू दुबे और डॉ उषा त्रिपाठी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को संचालित करने में अयोध्या केंद्र की अध्यक्ष प्रो० मीनू दुबे, सचिव प्रो० प्रज्ञा मिश्रा, प्रो० मंजूषा मिश्रा, डॉ० वीरेन्द्र दुबे, डॉ दिनेश दिव्यम, राम प्रकाश दुबे,डॉ० उषा त्रिपाठी, शशि कांत, देव पांडे सुषमा गुप्ता विजय शुक्ला, गीता शुक्ला आदि की सक्रिय भूमिका रही।
महर्षि अरविंद की प्रसिद्ध रचना ‘सावित्री’ पर प्रकाश डाला द्वितीय सत्र की अध्यक्षता पटियाला , पंजाब के पवन द्वारा की गई। सत्र के मुख्य वक्ता नोएडा के अरुण व्यास ने महर्षि अरविंद की प्रसिद्ध रचना ‘सावित्री’ पर प्रकाश डालते हुए ग्रंथ की मानव समाज में उपयोगिता को रेखांकित किया। द्वितीय वक्ता मथुरा के रजनीश त्यागी ने महर्षि अरविंद की दूसरी रचनाओं पर प्रकाश डाला। संचालन तूलिका अग्रवाल ने किया। तृतीय सत्र की अध्यक्षता करते हुए डॉ जे पी सिंह ने श्री अरविंद सोसायटी के कार्यकलापों एवं उद्देश्य पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ताओं में आगरा की डॉ सुनीता गर्ग एवं मथुरा के डॉ अनिल बाजपेई ने महर्षि अरविंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। संचालन झांसी के अशोक पवार ने किया।