हत्या के विरोध में दुकान बंद हुआ है।
अरिरया शहर के मारवाड़ीपट्टी स्थित जैन धर्मशाला के सामने वाली गली में बाइक सवार बदमाशों ने 19 अक्टूबर को दवा व्यवसायी दीपक कुमार भगत उर्फ दीपू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी हत्यारोपी की गिरफ्तारी नहीं होन
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व्यवसाय वर्ग के लोगों ने मंगलवार को बाजार बंद कर प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया है। व्यवसायिक वर्ग के लोगों का कहना है कि प्रशासन जल्द से जल्द हत्याकांड में शामिल बदमाशों को गिरफ्तारी करें और घटना को अंजाम देने वाले बदमाश को फांसी की सजा दी जाए।
दवा व्यवसायी दीपक भगत की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण
दवा विक्रेता संघ के सचिव राकेश वर्मा व इम्तियाज हदीस उर्फ लड्डू ने कहा कि दवा व्यवसायी दीपक भगत की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है। 19 अक्टूबर को 8 बजे शाम में दुकान के अंदर घुसकर गोली मार देना, यह दर्शाता है कि बिहार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
हत्या के विरोध में दुकान बंद कर दिया गया है।
अमित भगत की निर्मम हत्या होने के बाद सारे व्यवसाय डरे सहमे से है और दहशत में है। अब इस तरह डरे सहमे व्यवसायी रहेंगे, तो वह क्या बिजनेस करेंगे। सरकार से हम आग्रह करते हैं कि इस तरह के अपराधियों के गिरफ्तारी के लिए जांच टीम गठित करें, और अपराध में शामिल अपराधियों को फांसी की सजा दिलवाया। साथ ही उन्होंने कहा कि जिले में स्मैक का जो नशा बढ़ गया है। जिससे इसमें का नाश करने वाले लोग 5 हजार 10 हजार में किसी की भी हत्या कर देते हैं।