हल्का गन्नौर के गांव लो-सिंबली से रिकवर किए गए ट्रैक्टर ट्रालियां।
पंजाब-हरियाणा के खनौरी-शंभू बॉर्डर से पुलिस एक्शन के बाद जब्त की गई ट्रालियां-ट्रैक्टर चोरी होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी दौरान बीती रात एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें दावा किया गया कि चोरी की गई गाड़ियां गन्नौर के विधायक गुरलाल के घर से मिलीं। लेक
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वायरल वीडियो में दावा किया गया कि शंभू बॉर्डर पर कुछ किसानों के ट्रैक्टर व ट्रालियां रह गए थे। कुछ को पुलिस ने जब्त कर एक जगह रख दिया। लेकिन इन ट्रैक्टर व ट्रालियों के चोरी होने की घटनाएं सामने आने लगीं। इसी दौरान गुरदासपुर के कुछ युवक गन्नौर के गांव लो-सिंबली पहुंचे। जहां उन्हें एक घर में अपना ट्रैक्टर व तीन ट्रांलियां मिली। दावा किया गया कि ये घर गन्नौर के विधायक गुरलाल गन्नौर का है।
ट्रैक्टर ट्रालियां रिकवर करने का वीडियो।
दो फैक्ट्स की जांच की गई
ट्रैक्टर ट्रालियां चोरी हुईं जांच में सामने आया कि शंभू बॉर्डर से कुछ किसानों का सामान व ट्रालियां गायब हुई थी। पुलिस ने भी ये माना है कि चोरियां हुई हैं और उन्हें ट्रेस किया जा रहा है। जिसके बाद इस फैक्ट को पूरी तरह से सही पाया गया।
विधायक के घर से मिली ट्रालियां जांच में सामने आया कि जिस घर में ये ट्रालियां मिलीं, वे गुरलाल गन्नौर का नहीं था। ये घर गन्नौर के गांव लो-सिंबली निवासी रमनदीप सिंह का था। पुलिस ने ट्रालियों व ट्रैक्टर को जब्त कर रमनदीप सिंह के खिलाफ थाना गन्नौर में मामला दर्ज कर लिया है।

डीएसपी गन्नौर हरमनप्रीत सिंह चीमा
डीएसपी ने कहा- अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी
डीएसपी गन्नौर हरमनप्रीत सिंह चीमा ने जानकारी दी कि 21 मार्च को जानकारी मिली थी कि शंभू बॉर्डर से कुछ ट्रालियां मिसिंग थी। उन ट्रालियों को खोजते हुए जब पुलिस टी लो सिंबली गांव में पहुंची तो वहां तीन ट्रालियों को रिकवर किया गया। ये ट्रालियां व ट्रेक्टर हमने कब्जे में ले लिए। ये ट्रालियां रमनदीप सिंह उर्फ टिंकू के कब्जे से मिली हैं। रमनदीप सिंह के खिलाफ थाना गन्नौर में मामला दर्ज कर लिया गया है। ये जो फेक न्यूज है कि ये विधायक गुरलाल सिंह गन्नौर के कब्जे से मिली हैं। जो भी इस फेक न्यूज को फैलाता दिखा। उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

विधायक गुरलाल सिंह गन्नौर
राजनैतिक पार्टियों के नेता प्रोपेगैंडा कर रहे
विधायक गुरलाल सिंह गन्नौर ने जानकारी दी कि ये जो गलत जानकारियां फैलाई जा रही हैं, वे ऐसा ना करें। सोशल मीडिया पर कुछ किसान भाई व राजनैतिक पार्टियों के नेता प्रोपेगैंडा खड़ा करने के लिए ये ट्रालियां उनके कब्जे से मिलने की बात कर रहे हैं। ये गलत है। ऐसा ना किया जाए। अगर किसी किसान की ट्राली गुम भी हुई है तो उसे किसान तक पहुंचाई जाए।