“आपने अपने बच्चे की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया, वह मैट्रिक की परीक्षा में फेल कर रहा है। तीन सब्जेक्ट में उसके नंबर ठीक हैं, लेकिन दो सब्जेक्ट में फेल कर रहा है। अगर उसका भविष्य बनाना चाहते हैं, बिहार सरकार से स्कॉलरशिप लेना चाहते हैं तो 4000 रुपया खर्
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ऐसा कहना है खुद को बिहार बोर्ड का स्टाफ बताने वाले शंभू कुमार सिंह का। जिसने मैट्रिक की परीक्षा देने वाले स्टूडेंट के अभिभावकों को फोन करके ये बातें कही है। जिसके बाद अलग-अलग बैंक का स्कैनर भेजा गया है। अभिवावक से पहले 2500 रुपए देने की डिमांड की गई है और रिजल्ट व्हाट्सअप पर मिलने के बाद 1500 रुपए देने की बात कही गई है।
पूरा मामला बेगूसराय जिले के बाघा का है, जहां बाघा निवासी सुनील रजक का बेटा प्रिंस कुमार बीएसएस कॉलेजिएट स्कूल का छात्र है। 17 से 22 मार्च तक उसने उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय बखरी सेंटर पर परीक्षा दी थी। प्रिंस के रजिस्ट्रेशन में सुनील रजक के बड़े बेटे सचिन का मोबाइल नंबर दिया हुआ था।
इसी पर बिहार बोर्ड के कथित स्टाफ शंभू कुमार सिंह का फोन आया। जिसमें उसने कहा कि आपने अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण सोशल साइंस, साइंस और हिंदी में नंबर ठीक है, लेकिन मैथ और संस्कृत में क्रॉस लग रहा है।
उसके रिजल्ट का फाइल रेडी हो गया है। हम इसलिए फोन कर रहे हैं कि हमको भी कुछ फायदा हो जाए, बच्चे का रिजल्ट सही हो जाए, अच्छा नंबर आ जाएगा तो सरकार स्कॉलरशिप भी 15000 देगी। इसके लिए 4000 रुपया खर्च करना पड़ेगा, पहले 2500 देना होगा, फिर 15 मिनट में हम बोर्ड द्वारा जारी मार्कशीट को डिलीट करके जो नया मार्कशीट बनाएंगे वह भेज देंगे। जिसके बाद आपको 1500 रुपए देना होगा।
कॉल आने के बाद अभिवावक ने इसकी जानकारी मीडिया को दी। जिसके बाद दैनिक भास्कर रिपोर्टर की मौजूदगी में अभिवाक ने उसी नंबर पर दोबारा कॉल लगाया गया। जिसके बाद उसने कहा कि जल्दी रुपए भेज दीजिए आज ही लास्ट डेट है।
आपके बच्चे को 218 नंबर आया है, हम उसको बढ़ा करके 350 कर देंगे। प्रिंस के भाई जब पुष्टि करवाना चाहा तो उसने कहा कि पूरा फाइल आ चुका है और उसने प्रिंस का सही रजिस्ट्रेशन नंबर, रोल नंबर, माता का नाम, पिता का नाम, स्कूल का नाम और सेंटर का नाम तक बताया।
प्रिंस के भाई ने कहा- जल्दी रुपए भेजने का बना रहे थे दवाब
प्रिंस के भाई सचिन ने बताया कि

बिहार बोर्ड के स्टाफ से बात करते हुए रेड टीशर्ट और उसके बगल में छात्र प्रिंस।

92795 67437 नंबर से फोन आया था। फोन करने वाले ने अपने को बिहार बोर्ड का स्टाफ बताया। कहा कि प्रिंस का मार्कशीट अपलोड करने का सभी डाटा आ गया है, तुरंत अपलोड करना है। 15-20 मिनट का समय है, उसने प्रिंस के एडमिट कार्ड का रजिस्ट्रेशन नंबर, रोल नंबर, नाम सहित सब बताया। शंभू कुमार सिंह ने कहा कि 30 मार्च को रिजल्ट आ रहा है, जिसमें आपका भाई दो सब्जेक्ट में फेल कर रहा है। दो-तीन बार उसने फोन करके जल्दी पैसा भेजने का दबाव बनाया। ऑनलाइन पैसा भेजने के लिए मनोज कुमार नाम के व्यक्ति सहित दो स्कैनर उसने व्हाट्सएप नंबर 9730968331 से भेजा था।
कई अभिवावकों को पैसे के लिए आया फोन
बता दें कि मैट्रिक की परीक्षा देने वाले स्टूडेंट के अभिभावकों को फोन करके ऐसी बातें कहने का कई मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार ये सिर्फ एक अभिभावक को ही फोन नहीं आ रहा है, बल्कि दर्जनों को फोन आ चुका है।