शहीद इंस्पेक्टर का बेटा मंजीत फफककर रो पड़ा। उसे पुलिसकर्मियों ने संभाला।
पापा आज तो बोल दो। प्लीज एक बार बोल दो…ये कहते हुए बेटा मंजीत मेरठ पुलिस लाइन में शहीद इंस्पेक्टर के शव से लिपट गया। वह फूट-फूटकर रोने लगा। यह देखकर वहां मौजूद हर शख्स रो पड़ा।
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शामली एनकाउंटर में शहीद STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार का पार्थिव शरीर सुबह 9 बजे गुरुग्राम से पुलिस लाइन लाया गया। परिजन साढ़े 10 बजे शव घर लेकर पहुंचे। थोड़ी देर में इंस्पेक्टर का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पुलिस लाइंस में शहीद स्मारक पर ADG, IG, SSP की मौजूदगी में इंस्पेक्टर को सलामी दी गई। एसएसपी, डीएम और सीनियर अफसरों ने शहीद के शव को कंधा दिया। बड़ी संख्या में एसटीएफ टीम भी अपने साथी को अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंची।
शहीद इंस्पेक्टर की पत्नी मुनेश और बेटी नेहा को संभालते परिवार के लोग।
सुनील कुमार बुधवार को शहीद हो गए। सोमवार (20 जनवरी) की रात उनकी टीम ने शामली में कग्गा गैंग के 4 बदमाशों का एनकाउंटर किया था। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर के पेट में दो गोली लगी थी।
सुनील कुमार को गुड़गांव के मेदांता अस्पताल ले जाया गया, जहां सर्जरी की गई थी। हालांकि, 36 घंटे जिंदगी-मौत से लड़ने के बाद इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने अंतिम सांस ली। उनका 2030 में रिटायरमेंट था।
सीएम योगी ने शहीद के परिजनों को 50 लाख मदद का ऐलान किया। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी। एक सड़क का नामकरण भी शहीद के नाम पर किया जाएगा।
इंस्पेक्टर के अंतिम संस्कार की अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…