Vidur Niti: महात्मा विदुर महाभारत के सबसे बुद्धिमान और न्यायप्रिय पात्रों में से एक माने जाते हैं. उन्होंने जीवन से जुड़े हर पहलू पर गहरी बातें कही हैं चाहे वह राजनीति हो, रिश्ते हों या फिर जीवन के फैसले. विदुर नीति में शादी को एक पवित्र जिम्मेदारी और सोच-समझकर लिया जाने वाला फैसला माना गया है. उन्होंने यह भी बताया है कि शादी सिर्फ दो लोगों का नहीं, दो परिवारों का मिलन होता है. इसलिए विवाह करने से पहले लड़की और उसके परिवार के बारे में कुछ जरूरी बातें जरूर जान लेनी चाहिए, ताकि बाद में कोई पछतावा न हो. आजकल के समय में जहां रिश्ते जल्दबाजी में बनते हैं, वहां विदुर की ये बातें बेहद जरूरी हो जाती हैं. अगर इन बातों पर ध्यान नहीं दिया गया तो शादी के बाद रिश्तों में परेशानी आ सकती है, मनमुटाव हो सकता है और जीवन दुखमय बन सकता है.
विदुर नीति कहती है कि किसी भी रिश्ते की नींव अच्छे स्वभाव पर टिकी होती है. अगर लड़की गुस्सैल, घमंडी, या दूसरों से जलने वाली है, तो वह शादी के बाद पूरे घर का माहौल खराब कर सकती है. वहीं अगर वह शांत, समझदार और सहयोगी है तो दांपत्य जीवन खुशहाल रहेगा.
2. लड़की की शिक्षा और सोच को समझना जरूरी है
शादी से पहले यह जानना जरूरी है कि लड़की पढ़ी-लिखी है या नहीं और उसकी सोच कितनी परिपक्व है. क्या वह अपने और पति के भविष्य को लेकर गंभीर है? क्या वह जिम्मेदार है? ये बातें जानने से आगे चलकर तालमेल बैठाना आसान होता है.
विदुर नीति कहती है कि जिस परिवार में लड़की पली-बढ़ी है, उसके संस्कारों का असर उस पर जरूर पड़ता है. अगर उसके परिवार में रिश्तों को लेकर सम्मान और प्यार है, तो वह लड़की भी वैसा ही व्यवहार अपनाएगी. लेकिन अगर परिवार में झगड़े, नकारात्मकता या बेईमानी है, तो वह संस्कार लड़की में भी दिख सकते हैं.
शादी से पहले यह जान लेना चाहिए कि लड़की की जिंदगी से जुड़ी उम्मीदें क्या हैं. क्या वह घर संभालना चाहती है या नौकरी करना चाहती है? क्या वह माता-पिता के साथ रहना स्वीकार करेगी या अलग रहना चाहती है? यह सारी बातें आपसी समझ के लिए जरूरी हैं.
5. लड़की का स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति कैसी है
विदुर नीति में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी जरूरी माना गया है. अगर कोई गंभीर बीमारी या मानसिक परेशानी है, तो उस बारे में ईमानदारी से जान लेना जरूरी है. ताकि आगे चलकर कोई बड़ा संकट न आए.
लड़की के परिवार की आर्थिक स्थिति से ज्यादा जरूरी है उनकी सोच. अगर वो लोग दिखावा करने वाले या ज्यादा हस्तक्षेप करने वाले हैं, तो भविष्य में समस्याएं खड़ी हो सकती हैं. विदुर नीति कहती है कि ऐसे परिवार से रिश्ता सोच-समझकर करना चाहिए.
7. परिवार में रिश्तों को लेकर व्यवहार कैसा है?
क्या लड़की का अपने माता-पिता और भाई-बहनों से व्यवहार सम्मानपूर्ण है? क्या वह बुजुर्गों का आदर करती है? ये छोटी बातें भविष्य के रिश्तों की नींव तय करती हैं. जो लड़की अपने घर में रिश्तों की कद्र करती है, वही ससुराल में भी सम्मान देगी.