शामली के झिंझाना थाना क्षेत्र में एक डांसर लड़की को बंधक बनाकर गैंगरेप करने के मामले में एसपी ने पीड़िता की तहरीर पर जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। वहीं, थाना झिंझाना की पुलिस पर पीड़िता की तहरीर बदलवाने और उसे थाने से भगाने का आरोप लगा है। पीड़ित
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पीड़िता ने आरोप लगाया कि झिंझाना कस्बे के एक चर्चित व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया और फिर उसे छत से फेंक दिया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं।
दो महीने तक किया रेप
यह घटना झिंझाना थाना क्षेत्र की है, जहां मेले में आई एक डांसर लड़की को कस्बे के छह लोगों ने बंधक बनाकर दो महीने तक गैंगरेप किया। आरोपियों ने पीड़िता को गोमांस खिलाने की धमकी दी और धर्म परिवर्तन करने का दबाव भी बनाया। जब पीड़िता ने उनके चंगुल से भागने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उसे छत से फेंक दिया।
ये आरोपी घटना में शामिल
इस घटना में मुख्य आरोपी वसीम उर्फ बस, पुत्र रहीम कुरैशी, दिलशाद पुत्र बशीर, नौशाद पुत्र बशीर, तस्लीम पुत्र सादिक, सभी निवासी झिंझाना, शामिल थे। पीड़िता आज सुबह अपने परिजनों के साथ एसपी ऑफिस पहुंची, जहां एसपी ने कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें झिंझाना थाना भेजा।
झिंझाना थाना पहुंचने पर, पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने तहरीर बदलने का दबाव डाला और फिर उन्हें थाने से भगा दिया। इसके बाद पीड़िता देर रात एसएसपी कैंप ऑफिस पहुंची, लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने एसएसपी से मिलने नहीं दिया और उन्हें अगले दिन सुबह आने के लिए कह दिया।
पीड़िता बोली-पुलिस ने बदलवाई तहरीर
पीड़िता ने कहा, “कप्तान साहब के आदेश पर हमें झिंझाना थाने भेजा गया था, लेकिन वहां दरोगा ने हमारी बात ठीक से नहीं सुनी। हमारी तहरीर बदलवाई और फिर कहा कि इसे अपने हाथ से लिखकर लाओ। जब हमने लिखकर दिया, तो हमें थाने से बाहर निकाल दिया गया।”
पीड़िता ने यह भी बताया कि “वसीम उर्फ बस, दिलशाद, नौशाद, और तस्लीम ने मेरे साथ महीनों तक गलत काम किया। लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। झिंझाना थाना पुलिस ने एसपी साहब के आदेशों को मानने से इनकार कर दिया है और अब हमें एसएसपी ऑफिस आने के लिए कहा गया है।”