शिवपुरी के कोलारस विधानसभा क्षेत्र में रेत माफिया इस कदर बेखौफ हो चुके हैं कि अब माइनिंग विभाग की टीमों को भी खुलेआम धमकाने लगे हैं। रविवार को रिताई घाट पर अवैध रेत खनन की शिकायत पर कार्रवाई करने गई टीम से माफियाओं ने जब्त वाहन छुड़वा लिए।
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कलेक्टर-एसपी के दखल के बाद दर्ज हुई FIR मामले में जब माइनिंग इंस्पेक्टर सोनू श्रीवास शिकायत दर्ज कराने लुकवासा चौकी पहुंचे तो पहले से मौजूद कुछ स्थानीय प्रभावशाली लोगों के दबाव में उन्हें चौकी से लौटना पड़ा। बताया जाता है कि इन लोगों की माफियाओं से साठगांठ है।
बाद में रात को कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी और एसपी अमन सिंह राठौड़ के हस्तक्षेप के बाद माइनिंग इंस्पेक्टर दोबारा चौकी पहुंचे और एफआईआर दर्ज करवाई।
रविवार को 10-15 लोगों ने टीम को धमकाकर वाहन छुड़ाया था।
5 अज्ञात लोगों पर केस, वीडियो साक्ष्य भी दिए पुलिस ने अब इस मामले में 5 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सोनू श्रीवास ने कुछ वीडियो साक्ष्य भी पुलिस को सौंपे हैं, जिनमें आरोपियों के चेहरे और वाहन साफ नजर आ रहे हैं। इनसे पहचान कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ये था मामला रविवार दोपहर माइनिंग विभाग की टीम को सूचना मिली कि सिंध नदी के रिताई घाट पर अवैध रेत खनन हो रहा है। टीम ने मौके पर दबिश देकर एक ट्रैक्टर-ट्रॉली और एक हाइड्रा मशीन जब्त की।
जब टीम इन्हें लुकवासा चौकी ले जा रही थी, तभी रास्ते में 10-15 अज्ञात लोग पहुंचे और टीम को धमकाकर वाहन छुड़ा ले गए। बाद में जब टीम शिकायत के लिए चौकी पहुंची तो वहां भी राजनीतिक दबाव के चलते उन्हें लौटना पड़ा।