लगातार दो दिन तक सुलगता रहा था शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट।
सूरत शहर के रिंग रोड स्थित शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट में 25 और 26 फरवरी को दो दिन तक लगातार आग लगी रही। मार्केट में लगी आग में करीब 1 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। वहीं, अब तक मार्केट की 91 दुकानों से 8.63 करोड़ रुपये का कपड़ा माल निकालकर दूसरे स्थ
.
52 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए सामान के साथ-साथ 52 लाख रुपये नकद भी सुरक्षित बरामद किए गए हैं। व्यापारियों ने कहा कि पुलिस समेत प्रशासन ने हमारा माल हमें वापस कर दिया है। 300 से अधिक व्यापारियों ने अपनी दुकानें स्थानांतरित कर ली हैं, जबकि पता चला है कि लगभग 40 से 50 व्यापारी पूरी तरह तबाह हो जाने के कारण सूरत छोड़कर अपने गृहनगर राजस्थान लौट गए हैं।
दो दिन में 90 लाख लीटर पानी डालकर बुझाई गई आग।
कुल छह मंजिलों से सामान हटाया जाएगा आग लगने के बाद से एसवीएनआईटी की टीम तीन बार सर्वे कर चुकी है। चौथे सर्वे के बाद संरचना स्थिरता पर रिपोर्ट देगी, लेकिन व्यापारियों की स्थिति को देखते हुए व्यापारियों को बाजार की दुकानों से अपना सामान हटाने की अनुमति दे दी गई। बेसमेंट से सामान निकालने का काम बुधवार, 12 मार्च को शुरू हुआ। प्रतिदिन लगभग 30 व्यापारियों को दुकानों में प्रवेश की अनुमति दी गई है। शिवशक्ति मार्केट में कुल 843 दुकानें हैं। कुल छह मंजिलों से सामान हटाया जाएगा: पहले बेसमेंट, फिर निचला, ऊपरी बेसमेंट, फिर पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल।

सरिए मुड़ने से छत बैंड हुई। पूरी इमारत का स्ट्रक्चर बर्बाद हो गया है।
300 से अधिक व्यापारियों ने शिफ्ट की दुकानें: व्यापारी इस बारे में एक व्यापारी पवन कुमार ने बताया कि जब आग लगी तो ऐसा लगा कि कुछ बचेगा नहीं। मेरे पास चार गोदाम हैं, जिनमें से दो पूरी तरह जलकर खाक हो गए हैं। जबकि नीचे स्थित दुकान को पूरी तरह से बचा लिया गया है, जिसमें 50 लाख रुपये का माल होने की संभावना है।

आग से व्यापारियों को करीब 1 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
अब तक 300 से अधिक व्यापारी यहां से अपनी दुकानें स्थानांतरित कर चुके हैं। 853 दुकानों में लगभग 400 व्यापारी हैं। हमें यह भी पता चला है कि लगभग 30 से 40 व्यापारी सूरत छोड़कर राजस्थान चले गए हैं, दुकानें पूरी तरह नष्ट हो जाने के कारण उनके पास व्यापार के लिए कुछ भी नहीं बचा है।
इमारत का पूरा स्ट्रक्चर खराब हो गया भीषण आग से इमारत की चौथी और पांचवीं मंजिल की कई दुकानें ढह गईं, स्लैब गिर गए। तापमान 1000 डिग्री से अधिक होने से इमारत का पूरा स्ट्रक्चर खराब हो गया है। सलाबतपुरा थाने के इंस्पेक्टर केडी जडेजा ने कहा कि जांच के बाद सही कारण पता चलेगा। 700 दुकानें जलने और 850 करोड़ रुपए के नुकसान का अंदाजा है।