.
स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी अच्छी खबर है। सदर अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए पेडियाट्रिक वार्ड की शुरुआत कर दी गई है। यह जिले के लिए शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है,यह जिले में स्वास्थ्य के प्रति मिल का पत्थर साबित होगा। इस वार्ड की शुरुआत सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान के नेतृत्व में की गई। यहां 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का इलाज किया जाएगा। पीकू वार्ड में उपलब्ध कराए गए हैं आधुनिक संसाधन
सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल में इस वार्ड को शुरू करने का उद्देश्य इस क्षेत्र के बच्चों को समुचित उपचार मिल सकेगा। बताया कि अस्पताल में दो शिशु रोग विशेषज्ञ है। इन दोनों शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ दुर्गा टुडू एवं डॉ भानु प्रताप साहू की देखरेख में इस वार्ड का संचालन होगा। बताया कि शुरूआत के साथ ही तीन बच्चों को इलाज हेतु भर्ती भी किया गया,जिससे इसकी उपयोगिता के बारे सही तरीके से पता चल सकेगा। डॉ. पासवान ने बताया कि इस वार्ड में बच्चों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। साफ-सफाई,संक्रमण नियंत्रण, विशेष उपकरण और बच्चों के अनुकूल वातावरण की विशेष व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस सेवा को और अधिक उन्नत बनाया जाएगा ताकि दूर-दराज से आने वाले बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सके। पेडियाट्रिक वार्ड की स्थापना से पहले, जिले के कई अभिभावकों को अपने बच्चों के इलाज के लिए रांची या अन्य बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। अब स्थानीय स्तर पर ही इलाज की सुविधा मिलने से आर्थिक बोझ भी कम होगा और समय पर इलाज उपलब्ध हो सकेगा। सिविल सर्जन ने बताया कि यह पहल स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता में शिशु स्वास्थ्य को दिए गए महत्व को दर्शाती है। इससे बच्चों की देखभाल अब अधिक सुरक्षित, सुलभ और प्रभावी होगी।उन्होंने कहा कि सिमडेगा सदर अस्पताल द्वारा की गई यह पहल एक सकारात्मक बदलाव की ओर कदम है, जो जिले के बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाएगा।
बच्चों को ध्यान में रख कर कराया गया है निर्माण पीकू वार्ड का निर्माण बच्चों को ध्यान रखते हुए कराया गया है। यहां दीवारों में कार्टून बनाए गए हैं तथा बच्चों के मनोरंजन का खास ख्याल रखा गया है। यहां 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा। वार्ड में 24 घंटे स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहेंगे।